देहरादून, 5 जुलाई 2025 ! उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली कस्बे में बादल फटने से बड़ा हादसा सामने आया है। गंगोत्री धाम और मुखवा के पास स्थित धराली गाँव में मंगलवार यानि आज,दिनाँक 05 जुलाई 2025 को बादल फटने से एक नाले ने उफन कर पहाड़ों में नीचे उतरकर भारी तबाही मचा दी है। जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर तथा राजधानी देहरादून से 220 किलोमीटर दूर स्थित यह स्थान, जहाँ दोपहर को बादल फटा है, गंगोत्री धाम के नजदीक है जो तरणी गाँव NHC 34 पर हर्षिल से करीब 6-7 किलोमीटर ऊपर गंगोत्री की ओर खीर गंगा नदी के समीप स्थित है। बताया जाता है कि यहाँ बड़ी तादाद में होटल और होम-स्टे मौजूद थे, हालाँकि अभी पर्यटक अधिक संख्या में नहीं थे। क्लाउडबर्स्ट की वजह से अचानक भारी मात्रा में पानी एक साथ नीचे आया। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से ऊपर के हिस्से से बहुत तेजी से पानी बहता हुआ आया जिससे गेस्ट हाउस छोटे होटल और रेस्टोरेंट इसकी चपेट में आ गये।
उत्तरकाशी के SDM देवानंद ने जानकारी देते हुए कहा कि धराली में घटनास्थल के मौके पर पर जिलाधिकारी और SP समेत तमाम अधिकारी पहुँच गये हैं। हर्षिल आर्मी भी राहत कार्य में जुटी है। अभी जब तक रेस्क्यू चल रहा है, घायलों और मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं की जा सकती है। बिना रुके तेज बारिश हो रही है इसलिए रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कत आ रही है। भारतीय सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है, जो SDRF, ITBP और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर बचाव कार्य में मदद कर रही है। बारिश के कारण गाँव के कई हिस्से बह गये। धराली गाँव के ऊँचाई वाले इलाकों में स्थित मकानों को भी क्षति पहुँची है। प्रशासन का कहना है कि कुछ लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि आजकल पहाड़ों में भारी बारिश हो रही है बादल फटने की घटना अचानक हुई है तो लोगों को इस बारे में आभास नहीं रहा हालाँकि इस समय यात्री तो कम आ रहे हैं, यहाँ लोकल और बागों में काम करने वाले मजदूर ही ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अभी मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। दुर्घटना के स्थानों से लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने का काम किया जा रहा है।
बादल फटने का मंज़र कुछ ऐसा था मानो इमारतें नहीं, माचिस की डिब्बियाँ बहती चली जा रही हों। आसमान से आयी आफत की भयावह तस्वीर और वीडियो भी सामने आये हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक अब तक कम से कम चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। क्लाउडबर्स्ट की वजह से अचानक भारी मात्रा में पानी एक साथ नीचे आया। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से ऊपर के हिस्से से बहुत तेजी से पानी बहता हुआ आया जिससे गेस्ट हाउस छोटे होटल और रेस्टोरेंट इसकी चपेट में आ गये। 34 सेकण्ड्स में सबकुछ तबाह हो गया।
वही उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि धराली में खीर गंगा नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में बादल फटने से अचानक जलस्तर बढ़ गया जिससे धराली क्षेत्र और आसपास की बस्तियाँ बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति गंभीर है। राहत और बचाव कार्य विद्युत स्तर पर चल रहा है। DM ने बताया कि स्थानीय इंटरनेट और संचार सेवाएँ भी बाधित हैं जिससे सटीक जानकारी एकत्र करने में कठिनाई हो रही है। हर्षिल सेना की टुकड़ी, भटवाड़ी से अतिरिक्त पुलिस और पीडब्ल्यूडी तथा NDRF की तीन टीमें मौके पर पहुँच चुकी हैं। प्रशासन ने कहा है कि एअरलिफ्ट के लिए शास्त्रधर हवाई पट्टी पर दो और NDRF टीमें तैयार रखी हुई हैं।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि क्षेत्र में नेटवर्क और कनेक्टिविटी की स्थिति बेहद कमजोर है जिससे जानकारी जुटाने में कुछ कठिनाई हो रही है। इसके अतिरिक्त काफी संपत्ति का भी नुकसान हुआ है जिसकी विस्तृत जानकारी मौके पर जाकर ही मिल पायेगी। हमारी प्राथमिकता लापता लोगों को तलाशना और घायलों को शीघ्र चिकित्सीय सहायता पहुँचाना है। शासन सतर्क है तथा प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद की जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे को लेकर गहरा शोक जताया है और कहा कि वह स्वयं वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि सभी सुरक्षित रहें। NDRF , SDRF और प्रशासन की टीमें पूरी मुस्तैदी से रहत कार्यों में जुटी हैं।
गृहमंत्री अमित शाह भी ने भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात कर स्थिति का जायजा लिया और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता और बजट का आश्वासन दिया। धराली और आसपास के गाँवों में भय और अफरातफरी का माहौल है। वायरल हो रहे वीडियो में कीचड़ से भरी तेज धाराएँ गाँव की ओर बहती दिखाई दे रही हैं। इसमें लोग चिल्ला रहे हैं और अपनों की सलामत के लिए चिंतित दिखाई दे रहे हैं। एक वीडियो में एक व्यक्ति की आवाज सुनाई देती है सब कुछ खत्म हो गया।
जिला प्रशासन ने स्थिति को कंप्यूटर से लेते हुए राहत और बचाव कार्यों को शीघ्रता से अंजाम देने के लिए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं ।प्रभावित लोग और उनके परिजन मदद के लिए निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं –
0137-4222 126, 0137-4222 722 तथा 94565 56431
इसके अतिरिक्त DEOC (जिला आपातकालीन संचालन केंद्र) उत्तरकाशी, भी समन्वय और आपदा प्रबंधन कार्य में सक्रिय है।