सूरत। अमरेली पुलिस द्वारा पाटीदार समाज की युवती का जुलूस निकालने को लेकर राज्य में आक्रोश देखने को मिल रहा है। विपक्षी दल इसे मुद्दा बनाकर सरकार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान सोमवार को कांग्रेस नेता परेश धानानी सूरत में धरना प्रदर्शन करे इससे पहले उन्हें और 40 से अधिक कांग्रेस के अन्य नेता और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
अमरेली की पाटीदार समाज की बेटी को न्याय दिलाने के लिए पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता परेश धानानी आंदोलन कर रहे हैं। अमरेली में धरना प्रदर्शन के बाद उन्होंने सोमवार को सूरत के वराछा क्षेत्र के मानगढ़ चौक में धरना प्रदर्शन की घोषणा की थी। इसके लिए उन्होंने पुलिस से मंजूरी भी मांगी थी, लेकिन पुलिस ने मंजूर नहीं दी थी। इसके बावजूद परेश धानानी अपने निर्णय पर अडिग थे। जिससे रविवार रात से ही मानगढ़ चौक पर कड़ा पुलिस बंदोबस्त किया गया था। सोमवार सुबह कांग्रेस नेता परेश धानानी और प्रताप दुधात समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मानगढ़ चौक पहुंचे। यहां परेश धानानी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा को माल्यार्पण की और उसके बाद धरना प्रदर्शन शुरू करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने परेश धानानी और प्रताप दुधात समेत 40 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और धरना प्रदर्शन को विफल कर दिया।
आजादी आंदोलन से ही मिली थी : धानानी
धरना प्रदर्शन से पहले ही हिरासत में लिए जाने पर परेश धानानी के कहा कि आजादी आंदोलन से ही मिली थी, तब आंदोलन करना गैरकानूनी नहीं है। इस तरह के आंदोलन के लिए कोई मंजूरी की आवश्यकता नहीं है। इसके बावजूद सरकार पुलिस को आगे कर रही है, लेकिन पाटीदार समाज की बेटी को न्याय दिलाने के लिए उनका आंदोलन जारी रहेगा।i