
Cyber Rakshak: साइबर अपराधों के विरुद्ध एक राष्ट्रीय चेतावनी—भारत को डिजिटल सुरक्षा का नया कवच मिला
डिजिटल युग में साइबर अपराधों की बाढ़ के बीच, देश को एक ठोस चेतावनी और समाधान देने वाली पुस्तक ‘Cyber Rakshak’ का आज विमोचन हुआ। इस पुस्तक के लेखक, इंदौर क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त उप पुलिस आयुक्त श्री राजेश दंडोतिया, ने 20 वर्षों के पुलिस सेवा अनुभव और 600 से अधिक जन-जागरूकता सत्रों के आधार पर इसे तैयार किया है। यह पुस्तक आम नागरिकों को साइबर ठगी, डिजिटल ब्लैकमेल, ओटीपी फ्रॉड, सोशल मीडिया हैकिंग और अन्य डिजिटल अपराधों से बचाने की दिशा में एक अहम प्रयास है।
पुस्तक का विमोचन पुलिस आयुक्त इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा इंदौर के पुलिस कमिश्नर कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर अति. पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) श्री अमित सिंह, पुलिस उपायुक्त क्राइम श्री राजेश कुमार त्रिपाठी, एवं अनेक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। पुलिस आयुक्त ने अपने उद्बोधन में कहा, “Cyber Rakshak आज के भारत की डिजिटल सुरक्षा यात्रा का एक अनिवार्य दस्तावेज़ है। यह किताब सिर्फ जानकारी नहीं, बल्कि एक नागरिक चेतावनी और आत्मरक्षा का माध्यम है।”
‘Cyber Rakshak’ का प्रकाशन प्रतिष्ठित संस्था महागाथा पब्लिकेशन ने किया है। महागाथा के संस्थापक देवऋषि ने इस अवसर पर कहा, “यह पुस्तक सिर्फ अपराधों का वर्णन नहीं करती, बल्कि डिजिटल नागरिकता की ज़िम्मेदारी भी सिखाती है। साइबर सुरक्षा अब केवल पुलिस या विशेषज्ञों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर भारतीय की साझा ज़िम्मेदारी है।”
राजेश दंडोतिया एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं, जो वर्तमान में इंदौर में अतिरिक्त उप पुलिस आयुक्त (क्राइम ब्रांच) के रूप में पदस्थ हैं। वे साइबर अपराध और संगठित अपराध के क्षेत्र में दो दशकों से अधिक समय से कार्यरत हैं। अपने करियर के दौरान उन्होंने सैकड़ों साइबर अपराधों की गहराई से जांच की है और हजारों लोगों को जागरूक करने के लिए 600 से अधिक साइबर सुरक्षा सत्र आयोजित किए हैं। उन्हें “अशोक पुरस्कार” सहित कई सम्मानों से नवाजा गया है, और हाल ही में उन्हें मैरीलैंड स्टेट यूनिवर्सिटी (USA) द्वारा मानद डॉक्टरेट (Honorary Doctorate) भी प्रदान की गई है। ‘Cyber Rakshak’ उनकी पहली पुस्तक है, जो उनके अनुभव, जन-जागरूकता के प्रति समर्पण और साइबर सुरक्षित भारत की परिकल्पना का परिणाम है।
महागाथा पब्लिकेशन की यह नवीनतम पेशकश पहले से ही चर्चा में रही ‘Ramraja’ (जिस पर जल्द फिल्म निर्माण शुरू हो रहा है), ‘The OBCs Uprising’ (लेखक: IAS पी. नरहरि), ‘Shakari Vikramaditya’ (लेखक: देवऋषि), तथा आने वाली बहुप्रतीक्षित पुस्तकें ‘The Krishna Effect’ और ‘Vikramaditya’ जैसी किताबों की श्रृंखला का हिस्सा है। महागाथा, केवल पुस्तकें नहीं, बल्कि विचारों के आंदोलन को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।
‘Cyber Rakshak’ में 30+ प्रमुख साइबर फ्रॉड मामलों की केस स्टडी, व्यावहारिक सुझाव, तकनीकी सावधानियाँ और विभिन्न वर्गों—बच्चों, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, व्यापारियों—के लिए अलग-अलग दिशानिर्देश दिए गए हैं। पुस्तक में उन शिक्षित और अनुभवी लोगों के भी अनुभव शामिल हैं जो डिजिटल धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, जिससे यह पुस्तक केवल एक मार्गदर्शिका नहीं बल्कि साइबर जागरूकता आंदोलन का आधार बनती है।
यह पुस्तक अब Amazon पर प्री-बुकिंग के लिए उपलब्ध है, और इसकी शिपिंग 3 जून 2025 से प्रारंभ होगी।