स्मीमेर और मस्कती अस्पताल में इलाज नि:शुल्क करने की मांग
आप पार्षद ने मनपा आयुक्त को लिखा पत्र, इलाज पर होने वाले खर्च का प्रावधान बजट में किया जाए
सूरत. महानगरपालिका संचालित स्मीमेर और मस्कती अस्पताल समेत चार 50 बेड की अस्पतालों में मरीजों के लिए इलाज नि:शुक्ल करने की मांग फिर एक बार मनपा में विपक्षी दल आम आदमी पार्टी की ओर से की गई है। अस्पताल कमेटी की सदस्य और आप पार्षद रचना हीरपरा ने इस संदर्भ में सोमवार को मनपा आयुक्त शालिनी अग्रवाल को पत्र लिखा है। उन्होंने आयुक्त से मांग कि है कि आगामी बजट में इसके लिए अलग से प्रावधान किया जाए।आप पार्षद रचना हीरपरा ने बताया कि शहरवासियों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से महानगरपालिका की ओर से स्मीमेर और मस्कती अस्पताल का निर्माण किया गया है। इसके अलावा अब शहर में अलग-अलग जोन में 50-50 बेड के चार अस्पताल भी कार्यरत किए गए हैं। इन अस्पतालों में उपचार के लिए अधिकतर गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर हो ऐसे लोग आते हैं। ऐसे में उनके लिए नि:शुल्क उपचार होना चाहिए। क्योंकि बीते तीन सालों को आंकड़ों पर गौर करे तो विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उपचार करवाने और राहत पाने वाले मरीजों की संख्या छोड़कर मनपा को इन अस्पतालों से सालाना दस करोड़ रुपए की आय हुई है। जबकि 8500 करोड़ से अधिक का मनपा का बजट है, ऐसे में सिर्फ दस करोड़ रुपए के लिए लोगों से रुपए वसूलना उचित नहीं है, जबकि बजट में इस खर्च के लिए दस करोड़ रुपए का प्रावधान कर लोगों के लिए इलाज मुफ्त किया जा सकता है।