नई दिल्ली, 11 दिसंबर 2025! हाल के दिनों में इंडिगो एयरलाइंस द्वारा बड़ी सँख्या में उड़ानें रद्द होने और देरी की वजह से यात्रियों को हुई भारी असुविधा को गंभीरता से लेते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एक समर्पित ओवरसाइट टीम गठित की है। यह टीम गुरुग्राम स्थित एयरलाइन के कॉर्पोरेट कार्यालय में तैनात रहेगी।
नागरिक उड्डयन महानिदेशक (DGCA) की स्वीकृति के साथ आज जारी एक आंतरिक आदेश में उड्डयन नियामक ने बताया कि यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि देशभर के विभिन्न हवाई अड्डों पर इंडिगो के संचालन में बड़े पैमाने पर व्यवधान आने से यात्रियों को लगातार असुविधा हो रही थी।
आठ सदस्यीय इस टीम का नेतृत्व कैप्टन विक्रम शर्मा कर रहे हैं, जो डिप्टी चीफ फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर (एयरलाइंस) हैं। अन्य सदस्यों में कैप्टन कपिल मंगलिक, SFOI(A); कैप्टन वी.पी. सिंह, SFOI(A); कैप्टन अपूर्वा अग्रवाल, SFOI(A); कैप्टन स्वाति लूम्बा, SFOI(A); कैप्टन अमन सुहाग, SFOI(A); कैप्टन नित्या जैन, FOI(A); और कैप्टन एन.जे. सिंह, FOI(A) शामिल हैं।
इस टीम के दो सदस्य रोज़ाना रोटेशन के आधार पर गुरुग्राम स्थित इंडिगो के कॉर्पोरेट ऑफिस एमआर कैपिटल टॉवर 2 में तैनात रहेंगे।
टीम को इंडिगो के महत्वपूर्ण परिचालन मापदंडों की गहन जाँच का कार्य सौंपा गया है। इनमें शामिल हैं – कुल फ्लीट क्षमता, औसत स्टेज लंबाई, पायलटों की कुल सँख्या, नेटवर्क विवरण, क्रू उपयोग के घंटे, डेडहैडिंग, प्रशिक्षणरत क्रू, स्प्लिट ड्यूटी, अनियोजित छुट्टियाँ, दैनिक फ्लाइट-टू-क्रू अनुपात, क्रू की कमी के कारण प्रभावित सेक्टर, और प्रत्येक बेस पर कॉकपिट व केबिन क्रू के लिए स्टैंडबाय क्रू की उपलब्धता।
इसके अलावा, DGCA के दो अधिकारी , ऐशवीर सिंह (उप निदेशक, AEP) और मणि भूषण (सीनियर स्टैटिस्टिकल ऑफिसर) को भी स्टेशन पर तैनात किया गया है। इन दोनों DGCA अधिकारियों को एक निर्धारित स्थान पर तैनात किया गया है ताकि वे निम्न बिंदुओं की निगरानी कर सकें:-
*दैनिक उड़ान रद्दीकरण की स्थिति (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय)
*एयरलाइन और OTA प्लेटफ़ॉर्म/ट्रैवल एजेंट्स द्वारा रिफंड प्रक्रिया
*समय पर उड़ान संचालन
*CAR सेक्शन 3 सीरीज़ M पार्ट IV के तहत निर्धारित यात्री मुआवजा, और
*बैगेज डिलीवरी की स्थिति
आदेश के अनुसार, दोनों टीमों को रोजाना शाम 6 बजे से पहले एक समेकित रिपोर्ट संबंधित अधिकारी और डीजीसीए के संयुक्त महानिदेशक जय प्रकाश पांडेय को सौंपनी होगी।
इसके अतिरिक्त भी सरकार ने एयरलाइन्स की मनमानियों को रोकने के लिए कुछ नये कदम उठाए हैं और उन्हें तत्काल लागू कर दिए जाने के संकेत हैं, जो मुख्यतः इस प्रकार हैं –
- उड़ानों की देरी पर तुरंत जाँच :- सरकार ने नियम लागू किए हैं कि फ्लाइट अगर निर्धारित समय से 15 मिनट से अधिक लेट होती है, तो उसके कारणों की तुरंत जाँच होगी और एयरलाइन को जवाबदेह ठहराया जाएगा। लक्ष्य है कि एयरलाइंस देरी और सेवा गुणवत्ता के लिए प्रतिबद्ध हों।2.
- DGCA की कड़ी निगरानी और नियामक हस्तक्षेप:- नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइंस के मुख्यालय पर कर्मियों को तैनात कर दिया है ताकि संचालन, क्रू प्लानिंग, उड़ान रद्द/देरी, सामान हैंडलिंग और रिफंड आदि गतिविधियों का दैनिक स्तर पर समीक्षा और मॉनिटरिंग हो सके।3.
- कुछ एयरलाइंस की उड़ानों में कटौती भी निर्देशित:- सरकार/डीजीसीए ने निर्देश दिए हैं कि इंडिगो और संभवतः अन्य एयरलाइंस को अपनी उड़ान अनुसूची को 5% तक काटना है ताकि ऑपरेशंस को बेहतर तरीके से व्यवस्थित किया जा सके और उड़ानों की विश्वसनीयता बनी रहे।4.
- एयरलाइंस से व्यापक रिपोर्ट और जवाबी कार्रवाई :- डीजीसीए ने एयरलाइंस (विशेषकर इंडिगो) के शीर्ष अधिकारियों को तलब किया है और पूर्ण स्थिति अपडेट देने को कहा है जिसमें संचालन, उड़ान योजनाएँ, क्रू संसाधन आदि का विवरण शामिल है।5.
- पायलट ड्यूटी और रेस्ट नियमों पर बदलाव/अनुपालन :- हाल के नियमों के तहत पायलटों के ड्यूटी-टाइम लिमिटेशन और रेस्ट पीरियड (जैसे रात में कितनी उड़ाने, विश्राम अवधि आदि) को और सख्ती से लागू किया गया है, जिससे क्रू प्लानिंग और उड़ान संचालन पर सीधा असर पड़ा है। कुछ नियमों के अस्थायी संशोधन या राहत भी दिए गए हैं ताकि सुरक्षा बनाए रखते हुए संचालन में संतुलन रहे।
ये नियम और सरकारी कार्रवाइयाँ हाल के उड़ान व्यवधानों (जैसे इंडिगो के भारी cancellations/ delays) का जवाब हैं, ताकि यात्रियों को बेहतर सेवा, सुरक्षित संचालन और अनुशासित एयरलाइन व्यवहार मिल सके।