फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के रैकेट का भंडाफोड़

पांडेसरा में सोलर कंप्यूटर के नाम से ऑफिस में एसओजी पुलिस ने छापा मार चार आरोपियों को पकड़ा, पांच हजार रुपए में बना देते थे फर्जी लाइसेंस
कंप्यूटर, कलर प्रिंटर समेत 1.55 लाख का मुद्दामाल जब्त
सूरत। शहर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने फर्जी लाइसेंस और मार्कशीट बनाने के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कंप्यूटर, प्रिंटर, फर्जी लाइसेंस, पैन कार्ड समेत 1.55 लाख रुपए का मुद्दामाल जब्त किया है।
पुलिस के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली थी कि पांडेसरा शिव नगर सोसायटी में सोलर कंप्यूटर नाम के ऑफिस में फर्जी लाइसेंस और मार्कशीट बनाई जाती है। सूचना के आधार पर पुलिस ने पांच डमी ग्राहक भेजे और जानकारी सही होने का पता चलते ही उक्त ऑफिस में छापा मारकर आरोपी पांडेसरा गोपाल नगर निवासी मंटू कुमार रणविजय सिंह, अंबिका निकेतन सोसायटी निवासी अखिलेश राजीव पाल,मयंक संजय मिश्रा और आविर्भाव सोसायटी निवासी संजीव भगवती प्रसाद निषाद को धर दबोचा। पुलिस ने ऑफिस से  फर्जी लाइसेंस,दो कंप्यूटर, कलर प्रिंटर, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ई – श्रम कार्ड, इलेक्शन कार्ड, स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट, आरसी बुक, मार्कशीट समेत अन्य दस्तावेज और पांच मोबाइल फ़ोन मिलाकर 1.55 लाख रुपए का मुद्दामाल जब्त किया। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
– पांच हजार में फोटोशॉप से बनाकर देते थे लाइसेंस
पुलिस ने बताया कि आरोपी जिन लोगों के पास पहचान के कोई दस्तावेज नहीं हो उन्हें फर्जी पहचान पत्र से लेकर ड्राइविंग लाइसेंस बनाकर देते थे। इसके लिए पांच हजार रुपए वसूलते थे। आरोपी किसी अन्य के ड्राइविंग लाइसेंस को स्कैन कर फोटोशॉप के जरिए उसमें छेड़छाड़ कर फर्जी लाइसेंस बनाते थे।