भूतपूर्व प्रधानमंत्री के पौत्र को बलात्कार के लिए आजीवन कारावास !

बंगलुरु , 2 अगस्त 2025 !  24 अप्रैल 2024 को सुबह सवेरे कर्नाटक के हासन में एक रनिंग ट्रैक पर सैकडॉ पैन-ड्राइव मिले। जाँच हुई तो जो पाया गया, उसे देखकर लोगों की आँखें फटी की फटी रह गयीं। जानते हैं उन पैन-ड्राइव में क्या था ? भूतपूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के पौत्र प्रज्वल रेवन्ना की 3000 से ज्यादा सेक्स क्लिप्स और और अश्लील तस्वीरें ! जाँच शुरू होने पर 50 महिलाएँ सामने आयीं जिनके साथ प्रज्वल ने संबंध बनाये थे। कुछ को डरा धमका कर, कुछ को लालच देकर और कुछ के साथ जोर जबरदस्ती करके, बलात्कार करके।

2024 में प्रज्वल रेवन्ना के फार्म हाउस में काम करने वाली एक 47 साल की महिला द्वारा उसके खिलाफ FIR  दर्ज करवायी गयी जिसमें कहा गया कि 2021 से कई बार प्रज्वल द्वारा उस पर बलात्कार किया गया और वीडियो बनाकर उसे लीक करने की धमकी दी गयी। यह केस CID साइबर क्राइम थाने में दर्ज किया गया था। मामले की जाँच SIT के विशेष जाँच दल ने की जिसने 123 सबूतों के साथ करीब 2000 पृष्ठों की चार्ज शीट पेश की।

एक दिन पीड़िता का परिवार यह देखकर दंग रह गया कि उसका वीडियो टीवी पर चल रहा है। इसके बाद पीड़िता पुलिस के पास पहुँची और FIR लिखवायी। यह केस CID साइबर क्राइम थाने में दर्ज किया गया था। मामले की जाँच SIT के विशेष जाँच दल ने की जिसने 123 सबूतों के साथ करीब 2000 पृष्ठों की चार्ज शीट पेश की। इस कार्यवाई के बाद एक-एक करके और भी मामले सामने आने लगे। इस से पहले कि गिरफ़्तारी हो , रेवन्ना जर्मनी भाग गया।

उसके खिलाफ रेप के 4 केस दर्ज हैं और यह पहला मामला है जिसमें वह दोषी पाया गया। उसके 2000 से ज्यादा अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। एक केस में यह बात खुली कि प्रज्वल ने केस की पीड़िता के साथ 2021 में दो बार बलात्कार किया था । एक बार अपने हासन वाले घर में और बाद में बेंगलुरु वाले घर में। और यही नहीं ,इसका वीडियो भी बनाया। पीड़िता की साड़ी पर पाये गये सीमेन से प्रज्वल का डीएनए भी प्राप्त हुआ जिससे उसके खिलाफ पुख्ता सबूत प्राप्त हुए। वीडियो की जाँच  करने पर पाया गया कि वीडियो असली है।  इसी वीडियो से उस के घर की भी पहचान हुई। प्रज्वल रेवन्ना  पर रेप की धमकी और अश्लील तस्वीरें लीक करने के आरोप लगे थे।

मामले में मोड़ तब आया जब प्रज्वल के दादा पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा ने 23 मई 2024 को उसे चेतावनी दी कि वह भारत लौट कर इस मामले का सामना करे वरना परिवार उसके साथ अपने सम्बन्ध ख़त्म कर लेगा ।  यह भी कि इस मामले की जाँच में हमारे परिवार की ओर से कोई दख़लअंदाज़जी नहीं की जाएगी। जब प्रज्वल पर दबाव पड़ा तो उसने 27 मई को जर्मनी से एक वीडियो जारी करके कहा कि मैं 31 मई को SIT  के सामने जाँच के लिए पेश हो जाऊँगा।  मेरे खिलाफ लगे सारे मामले झूठे हैं और मैं बेदाग़ इन मामलात से बाहर आऊँगा। वहाँ से वह 31 मई  2024 को वापस भारत लौटा और लौटते ही उसे हवाई अड्डे पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।

2024 के लोकसभा चुनाव में रेवन्ना कर्नाटक के हासन से सीट पर हार गया  तथा JDA  ने उसे पार्टी से भी निष्कासित कर दिया।

इस मामले की सुनवाई 31 दिसम्बर 2024 को त्वरित गति से शुरू हुई और मात्र 7 महींनों में कोर्ट ने 18 जुलाई को सुनवाई पूरी की।  1 अगस्त को उसे दोषी करार दे दिया गया और 2 अगस्त को सजा सुना दी गयी।  विशेष न्यायालय के न्यायाधीश संतोष गजानन भट्ट ने बलात्कार, यौन शोषण, धमकी और डिजिटल अपराधों के गंभीर मामले में हासन के पूर्व सांसद को दोषी पाया। विशेष अदालत ने दो मामलों में आजीवन कारावास तथा अन्य मामलों में कुल मिला कर 11 लाख रुपयों का दंड दिया है तथा यह सम्पूर्ण राशि पीड़िता को मुआवजे के रूप में देने का आदेश दिया है।

पीड़िता की तरफ से  यह केस सीनियर एडवोकेट अशोक नायर और  बी. एन. जगदीशा ने लड़ा।  फैसला सुन कर रेवन्ना कोर्ट में फूट फूट कर रोने लगा।  सजा तत्काल प्रभाव से लागू मानी जायेगी।

 

 

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