सूरत से आईआईएम तक: IDT का गौरव, Razzmatazz में छात्र प्रस्तुत करेंगे कलेक्शन

IDT, आईआईएम अहमदाबाद के Razzmatazz इवेंट के फाइनल राउंड में सेलेक्ट होकर, सूरत का पहला डिजाइन इंस्टीट्यूट बना।

सूरत शहर के लिए गर्व की बात है कि यहां का डिजाइन इंस्टीट्यूट, IDT, देश के सबसे बड़े मैनेजमेंट कॉलेज, आईआईएम अहमदाबाद के अंतर्गत हो रहे कल्चरल fest “Chaos” के Razzmatazz के लिए सिलेक्ट हुआ है।

3 महीने पहले शुरू हुए इस इवेंट के सिलेक्शन प्रोसेस में कई डिजाइन संस्था ने पार्टिसिपेट किया, जिसमें मुख्य आठ टीम सेलेक्ट होकर 27 जनवरी को आईआईएम अहमदाबाद के प्लेटफार्म पर अपनी रचनात्मक फैशन को शोकेस करेंगे। IDT सूरत एक ऐसी डिजाइन संस्था है जिसकी शाखाएं देश भर में हैं। IDT सूरत से दो थीम और IDT मुजफ्फरपुर से एक टीम इस इवेंट के लिए सिलेक्ट हुए हैं।

यह तीनों कलेक्शन न सिर्फ IDT छात्रों की कलात्मक कौशल को प्रदर्शित करते हैं बल्कि इनका उद्देश्य सूरत के कपड़ा बाजार को समर्थन करके स्थानीय डिजाइन उद्योग में तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देना है। पहले थीम ‘Aestex’ AI जेनरेटेड प्रिंट और Technical Textile पर केंद्रित है, जो एक स्ट्रीट वेयर कलेक्शन है।

दूसरी थीम ‘रॉयल फ्लैश’ सूरत की रचनात्मक प्रतिभा का उदाहरण है, जिसमें Ganzifa कढ़ाई और Pita वर्क को पुनः जीवित करने तथा उनके आर्टिसंस की कला को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है।

तीसरी थीम, “रोमांटिकतावाद का मौसम”, मुज़फ़्फ़रपुर टीम की ओर से एक प्रेरणादायक रचना प्रस्तुत करती है, जो रोकोको कला से प्रेरणा लेते हुए, उनके डिज़ाइन नारीवाद और उदारवाद के सार को दर्शाते हैं।

जैसे ही ये प्रतिभाशाली टीमें आईआईएम-अहमदाबाद -Chaos में अंतिम दौर के लिए तैयार हो रही हैं, आईडीटी उनके समर्पण और रचनात्मकता की चमक को देखकर विश्वाश में एकजुट हो गया है। यह उपलब्धि न केवल छात्रों की कलात्मक कौशल को प्रदर्शित करती है बल्कि नवोन्मेषी और दूरदर्शी डिजाइनरों को विकसित करने की आईडीटी की प्रतिबद्धता पर भी जोर देती है।

आईडीटी की डायरेक्टर श्रीमती अंकिता गोयल ने साझा किया, “अंतिम दौर की यात्रा छात्रों की कड़ी मेहनत, दूरदर्शिता और डिजाइन और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए संस्थान के समर्पण का प्रमाण है।”

हमें विश्वास है कि आई.डी.टी. सूरत के छात्र सूरत का नाम अवश्य रोशन करेंगे, अंतिम क्वालीफाइंग राउंड में आईडीटी छात्रों की उपस्थिति न केवल उनके साथियों के लिए बल्कि संपूर्ण सूरत के लिए गर्व की बात है।