सूरत. शहर के नाम बुधवार से एक और सिद्धि जुड़ जाएगी और वह है बीआरटीएस सेवा का पूर्णतया ई-बसों के जरिए परिचालन। बुधवार सुबह बीआरटीएस रूट पर नई 34 ई-बसों को हरी झंडी दिखाने के साथ बीआरटीएस सेवा का ई-बसों के साथ परिचालन करने वाला देश का पहला शहर बन जाएगा।
शहरवासियों को सार्वजनिक परिवहन की सेवा मुुहैया कराने के लिए सूरत महानगरपालिका की ओर से शहर में सिटीबस के साथ ही बीआरटीएस सेवा भी शुरू की गई है। कॉम्प्रीहेन्सीव मॉबिलीटी प्लान के तहत मनपा की ओर से धीरे-धीरे सार्वजनिक परिवहन बसों को ई-बसों में तब्दील किया जा रहा है। मनपा की ओर से इसकी शुरुआत बीआरटीएस की बसों से की गई है। चरणबद्ध तरीके से बीआरटीएस से डीजल से चलने वाली बसों को हटाकर उनकी जगह ई-बसों का परिचालन शुरू किया गया है। बुधवार को पास डिपो से ओएनजीसी कॉलोनी तक के रूट नंबर 14 पर 34 ई-बसों को हरी झंडी दिखाने के साथ ही बीआरटीएस सेवा में चलने वाली सभी बसें ई-बसें हो जाएगी। मनपा की सार्वजनिक परिवहन कमेटी के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे ने बताया कि नई 12 मीटर लंबी नई 34 ई-बसों के शामिल होने के साथ ही सूरत देश का पहला शहर होगा, जहां बीआरटीएस बसों का परिचालन पूरी तरह ई-बसों पर आधारित होगा।
– 108 किमी का डेडिकेटेड बीआरटीएस कॉरिडोर, 352 बसें
सूरत महानगरपालिका की ओर से शहर में बीआरटीएस बसों के लिए अलग से डेडिकेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। 108 किमी लंबे डेडिकेटेड बीआरटीएस कॉरिडोर के साथ देश का सबसे लंबा बीआरटीएस कॉरिडोर सूरत में है। फिलहाल 14 रूट पर 352 बसें चलाई जा रही है।