गोधाणी स्कूल शिक्षा के साथ संस्कारों का गुरुकुल है: राज्यपाल आचार्य देवव्रत

बचपन में ही वैदिक संस्कृति का पाठ राष्ट्र की धरोहर बनता है: राज्यपाल आचार्य देवव्रत

गोधाणी स्कूल के इस अयोध्याोत्सव से बच्चों में रामराज के संस्कार विकसित होंगे: राज्यपाल आचार्य देवव्रत

विद्यार्थियों और देशवासियों में श्रीराम के गुणों का सिंचन होना चाहिए: राज्यपाल आचार्य देवव्रत

वीएन गोधाणी इंग्लिश मीडियम स्कूल का वार्षिक समारोह अयोध्याोत्सव-2024 का वेड गांव स्थित श्रीजी फार्म में हुआ आयोजन

सूरत: वीएन गोधाणी इंग्लिश मीडियम स्कूल का वार्षिक समारोह – ‘अयोध्योत्सव-2024′ श्रीजी फार्म, वेड रोड, वेड गांव में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र- छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुत दी। जिसमें उन्होंने वैदिक शास्त्रों का ज्ञान, राम के ज्ञान के साथ- साथ पारिवारिक भावना के महत्व को समझाया। इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी विशेष रूप से उपस्थित थे।

वीएन गोधाणी इंग्लिश मीडियम स्कूल के अयोद्योत्सव-2024 में कार्यक्रम स्थल पर रामयज्ञ का आयोजन किया गया और उपस्थित 5000 से अधिक अभिभावकों ने यज्ञ में आहुति देकर आयोध्यात्सव में हिस्सा लिया। राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी ने भी यज्ञ में आहुतियां दीं। साथ ही 5000 दीप प्रज्ज्वलित कर राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी का स्वागत किया गया।

वी.एन.गोधाणी इंग्लिश मीडियम स्कूल के अयोध्याोत्सव-2024 में 1600 विद्यार्थियों ने रामायण, महाभारत, कृष्णलीला के साथ ही सतयुग..त्रेतायुग..द्वापर युग..कलियुग को केंद्र में रखकर राम मंदिर और अयोध्या के महत्व को दर्शाती एक से एक शानदार कृतियां प्रस्तुत की। ध्यानाकर्षक करने वाली बात यह थी कि अयोध्यात्सव में 100 फीसदी विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। साथ ही अभिभावकों ने भी सहभागिता दर्शाते हुए कृति पेश की।

आचार्य देवव्रत जी ने सभी को अयोघ्या मंदिर के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 22 दिसंबर न केवल प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्थापना का भी दिन है। विद्यार्थियों में राम के गुणों को अवतरण हो यह भाव मंच से राज्यपाल ने प्रगट किया।

राज्यपाल ने कहा कि देश के करोड़ों नागरिकों की आस्था श्रीराम से जुड़ी है। रामलला 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या मंदिर में विराजमान हुए हैं। प्रधानमंत्री और गुर्जररत्न नरेंद्रभाई मोदी जी के हाथों श्रीराम भगवान की प्राण प्रतिष्ठा हुई यह गुजरात के लिए गौरवपूर्ण क्षण रहा है।’ मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण की करोड़ों भारतीयों की अपेक्षा पूर्ण हुई है। बच्चों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चा वाणी से नहीं देखकर सीखते हैं। घर पर माता- पिता व्यवहार उनके जीवन में अहम भूमिका निभाता है। राज्यपाल देश के विकास की भी खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत भौतिक और आध्यात्मिक दोनों रूप से तेज गति से आगे बढ़ रहा है। देश को विश्वगुरु बनाने के लिए शिक्षा ही सबसे प्रभावशाली हथियार है और वीएन गोधाणी स्कूल में संस्कार के साथ सेतु बने जा रहा है।

इस अवसर पर स्कूल के ट्रस्टी एवं चेयरमैन गोविंदभाई धोलकिया ने राज्यपाल समेत सभी आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया और स्कूल के सिद्धांतों को समझाते हुए कहा कि यह स्कूल मनुष्य बनाने का कारखाना है। पाठ्य पुस्तकों के साथ- साथ जीवन उपयोगी तथा सामाजिक एवं मानवीय मूल्यों, भारतीय संस्कृति का सींचन किया जाता है। हर महीने के आखिरी सप्ताह में स्कूल में एक यज्ञ का आयोजन किया जाता है और छात्र इस यज्ञ में बैठते हैं, ताकि बच्चों में सांस्कृतिक समझ विकसित हो। स्कूल के बच्चे आज गीता के श्लोक बोलने लगे हैं, जो हमारे उद्देश्य को सार्थक बनाता है। इस बार विद्यालय परिवार द्वारा अतिथियों को ‘रामचरित मानस ग्रंथ एवं राम मंदिर की प्रतिकृति’ देकर सम्मानित किया गया।

श्री गोविंद काका ने आगे कहा कि बचपन में सीखे गए जीवन मूल्य पूरे जीवन का आधार होते हैं। जो जीवन भर काम आत है। हमारे इस विद्यालय में शिक्षा के साथ- साथ चरित्र का भी निर्माण होता है। हमारा उद्देश्य ऐसे पाठ पढ़ाना है जो व्यावहारिक ज्ञान के साथ- साथ अद्वितीय अंतर्दृष्टि भी दें।

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री प्रफुल्लभाई पानशेरिया, महापौर दक्षेशभाई मावाणी, एनसीसी कैडेट सूबेदार मेजर महेश कुमार पाटिल, रामकृष्ण समूह के अध्यक्ष और प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता गोविंदभाई धोलकिया, विधायक विनोदभाई मोरडिया, वीएनएसजीयू के कुलपति डॉ. किशोर सिंह चावड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.भागीरथ सिंह परमार, विनोदभाई गोधाणी, श्रेयांसभाई धोलकिया, श्री अक्षयभाई धोलकिया, वीएन गोधाणी स्कूल के निदेशक भावेशभाई लाठिया सहित 6000 से अधिक अभिभावक और छात्र उपस्थित थे।