ग्रीनमैन विरल देसाई ने लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार जीता

नई दिल्ली. गुजरात के विख्यात पर्यावरणविद और उद्योगपति विरल सुधीर देसाई ने नई दिल्ली में विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (NECA) से सम्मानित किया गया। श्री देसाई ने भारत के राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के हाथों यह पुरस्कार स्वीकार किया।

ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा में उनके असाधारण योगदान के लिए यह उनका लगातार तीसरी गोल्डन ट्रॉफी और कुल छठा राष्ट्रीय पुरस्कार है। “ग्रीनमैन ” के तौर पर विख्यात विरल देसाई की कंपनी जेनेटिक्स ने ऊर्जा कार्यक्षमता और संरक्षण के लिए आधुनिक पद्धतियां अपनाने को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त की है। उल्लेखनीय है कि उन्होंने इस पुरस्कार के लिए देश की कई अग्रणी टेक्सटाइल कंपनियों के साथ सफलतापूर्वक स्पर्धा की थी।
पर्यावरण सुरक्षा के उनके प्रायस सिर्फ औद्योगिक क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है। विरल देसाई अब तक गुजरात में सात सुंदर अर्बन फॉरेस्ट विकसित कर चुके हैं, जो शहरी क्षेत्रों ने हरियाली बढ़ाने और जैवविविधता का बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

इस सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए विरल देसाई ने कहा कि यह पुरस्कार सिर्फ मेरे या मेरी कंपनी के लिए नहीं है, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए हैं, जो प्रकृति के प्रति समर्पित है। ऊर्जा संरक्षण समय की आवश्यकता है। इस सम्मान से पर्यावरण सुरक्षा के लिए मेरा संकल्प अधिक मजबूत होगा। यह सम्मान मुझे स्वच्छ और हरित भविष्य की दिशा में काम करने के और भी प्रेरित करेगा।

उन्हें वर्ष 2019,2022 और इस बार यानि 2025 में लगातार तीसरी बार गोल्डन ट्रॉफी दी गई है और लगातार दूसरी बार यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के हाथों स्वीकारने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उनकी इस उपलब्धि ने सूरत और समूचे गुजरात को गौरव दिलाया है।