नयी दिल्ली/जयपुर , 20 सितम्बर, 2025! चुनाव आयोग ने लगातार 6 साल से चुनाव नहीं लड़ने वाली राजस्थान की 17 पार्टियों को सूची से हटा (Delist) कर के उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। इन दलों को गैर मान्यता प्राप्त रजिस्टर्ड दलों की सूची से हटाया गया है।
जिन पार्टियों का रजिस्ट्रेशन रद्द हुआ है उसमें जमींदारा पार्टी भी शामिल है जिसने 2013 के विधानसभा चुनाव में 2 सीटें जीती थीं।
पहले फेज में चुनाव आयोग ने 9 अगस्त को 334 रजिस्टर्ड दलों को सूची से हटाया था। अब दूसरे फेज में भी देश भर में 474 गैर मान्यता प्राप्त पार्टियों को सूची से हटाया जा रहा है, जिनमें से राजस्थान की 17, और उन में से भी 6 पार्टियाँ जयपुर की है।इस प्रकार, पिछले 2 महीनों में अब तक कुल 808 आरयूपीपी को लिस्ट से हटा दिया गया है।
जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29 ए के तहत, राजनीतिक दलों को पंजीकरण के समय चुनाव चिह्न और कर छूट जैसे विशेषाधिकार दिए जाते हैं।रजिस्ट्रेशन रद्द होने के बाद अब यह दल चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। राजनीतिक दलों को मिलने वाली कोई छूट और सुविधा इन्हें नहीं मिलेगी।
इसके अतिरिक्त चुनाव आयोग ने राजस्थान की 7 और भी गैर मान्यता प्राप्त पार्टियों को नोटिस देने की तैयारी कर ली है। राजनीतिक दलों के रजिस्ट्रेशन से जुड़ी गाइड लाइन में उल्लेख है कि यदि कोई दल लगातार 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ता है तो उसे पंजीकृत दलों की सूची से हटा दिया जाएगा।
चुनाव आयोग ने 2019 से ही 6 साल से चुनाव नहीं लड़ने वाले दलों को छाँटने का काम शुरू कर दिया था। अब चरणबद्ध रूप से ऐसे दलों को सूची से हटाया जा रहा है।
चुनाव आयोग ने पिछले 3 वर्ष में सालाना ऑडिटेड अकाउंट प्रस्तुत नहीं करने और चुनाव खर्च का ब्यौरा नहीं देने वाले दलों को की भी छँटनी की है। इन दलों को अब नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण माँगा जाएगा और सुनवाई का मौका दिया जाएगा।
अगर इनसे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तो सुनवाई के बाद इन्हें गैर मान्यता प्राप्त दलों की सूची से हटा दिया जाएगा। देश भर में ऐसे 359 दलों की छँटनी की गयी है जिस में राजस्थान के 7 दल है जिन्होंने चुनाव आयोग को चुनाव खर्च का ब्यौरा नहीं दिया है और 3 साल के अकाउंट भी पेश नहीं किए हैं।