सीवर की सफाई करते श्रमिक की मौत पर मानवाधिकार आयोग का स्वतः संज्ञान !

नयी दिल्ली 22 सितंबर ! राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने मीडिया रिपोर्ट्स का स्वतः संज्ञान लिया है, जिनमें 16 सितंबर की रात उत्तर पश्चिम दिल्ली के अशोक विहार में सीवर की सफाई करते समय एक श्रमिक की मौत और तीन अन्य के गंभीर रूप से घायल होने की खबरें सामने आयीं थीं।

अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा रात करीब 11:30 बजे अशोक विहार फेज़-2 के हरिहर अपार्टमेंट्स के पास हुआ। चार लोग सीवर की सफाई में लगे हुए थे, जो अंदर बेहोश हो गये। उन्हें तुरंत दीन दयाल उपाध्याय (DDU) अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उत्तर प्रदेश के कासगंज निवासी 40 वर्षीय अरविंद को मृत घोषित कर दिया गया। अन्य तीन लोग – सोनू और नारायण (दोनों कासगंज से) तथा नरेश (बिहार से) आईसीयू में अभी गंभीर हालत में भर्ती हैं।

पुलिस का कहना है कि ये सभी कार्मिक एक निजी निर्माण कंपनी के लिए काम कर रहे थे, जो इलाके में सीवर संचालन का कार्य कर रही थी। कई दिनों से उस क्षेत्र में सीवर का काम चल रहा था। सहकर्मियों के शुरुआती बयानों के अनुसार पीड़ितों को बिना किसी सुरक्षा उपकरण के अंदर भेजा गया था। इस सन्दर्भ में कंपनी के मैनेजर से पूछताछ की जा रही है।

घटना को संज्ञान में लेते हुए आयोग ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और एन.एच.आर.सी. की बार-बार की गयी हिदायतों के बावजूद सफाईकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की गयी और ऐसी दुखद घटनाएँ अब भी हो रही हैं। आयोग ने इस रिपोर्ट को “मानवाधिकार उल्लंघन की गंभीर चिंता” बताया।

एन.एच.आर.सी. ने दिल्ली के मुख्य सचिव, नगर निगम आयुक्त और दिल्ली पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया है और दो हफ्तों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट माँगी है। एनएचआरसी ने यह भी ताक़ीद किया है कि इस रिपोर्ट में जाँच की स्थिति, घायल श्रमिकों की चिकित्सीय स्थिति और मृतकों के परिजनों व घायलों को दिए गये मुआवजे का विवरण भी शामिल किया जाए।

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