आईसीआईसीआई बैंक द्वारा न्यूनतम खाता राशि पर लिये फैसले का पुनर्निर्धारण !

अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए, आईसीआईसीआई बैंक ने गुरुवार को हाल ही में लिए गये उस फैसले को वापस लेने की घोषणा की, जिसमें कुछ बचत खातों के लिए न्यूनतम औसत मासिक राशि  (Monthly  Average Balance, ie  MAB )  रु 50,000 तक करने का निर्णय लिया गया था।

मुंबई, 14 अगस्त 2025 ! अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए, आईसीआईसीआई बैंक ने गुरुवार को हाल ही में लिए गये उस फैसले को वापस लेने की घोषणा की, जिसमें कुछ बचत खातों के लिए न्यूनतम औसत मासिक राशि  (Monthly  Average Balance, ie  MAB )  रु 50,000 तक करने का निर्णय लिया गया था।

निजी क्षेत्र के इस बैंक ने अब मेट्रो और शहरी क्षेत्रों के लिए MAB  की  पहले घोषित न्यूनतम औसत मासिक (MAB ) राशि रु 50,000 से  घटाकर उसे रु 15,000 कर दिया है। वहीं, अर्ध-शहरी श्रेणी के शहरों के लिए रु 25,000 स्थान पर अब यह राशि रु 7,500 होगी, और ग्रामीण क्षेत्रों में यह रु 2,500 होगी, जो पहले रु 10,000 नियत की गयी थी।

यह संशोधन 1 सितंबर से लागू होना था, लेकिन अब इसे सभी श्रेणियों के लिए काफी हद तक कम कर के बैंक ने अपने ग्राहकों को पुनः राहत दी है ।

इसके अतिरिक्त पेंशनभोगियों (60 वर्ष से कम आयु) और लगभग 1200 चुनिंदा संस्थानों से जुड़े छात्रों के लिए मासिक औसत बैलेंस (MAB) शून्य होगा। यदि MAB पूरा नहीं होता है, तो बैंक कमी की राशि का 6% या रु 500, जो भी कम हो, शुल्क के रूप में वसूल करेगा।

बैंक एटीएम से 5 लेन-देन/नकद निकासी के बाद प्रत्येक वित्तीय लेन-देन पर रु 23 शुल्क लेगा, हालाँकि सभी गैर-वित्तीय लेन-देन नि:शुल्क रहेंगे। यदि किसी अन्य बैंक के एटीएम पर अपर्याप्त बैलेंस के कारण लेन-देन अस्वीकृत होता है, तो प्रत्येक बार रु 25 शुल्क लगेगा।

ग्राहकों द्वारा जमा किए गये चेक के बिना भुगतान के लौटने पर  (डिस-ऑनर होने पर ) दंडात्मक शुल्क रु 50 से रु 500 के बीच होगा।

आईसीआईसीआई बैंक ने ग्राहकों से अनुरोध किया है कि वे अपनी खाता श्रेणी का विवरण बैंक की वेबसाइट, मोबाइल ऐप या नज़दीकी शाखा में जाकर समझें, ताकि संशोधित शर्तों को जाना जा सके।

आईसीआईसीआई बैंक, भारत का संपत्ति के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है और देशभर में 3.5 करोड़ से अधिक बचत खाता धारक इसकी सेवाओं का लाभ ले रहे हैं, जिनको अब कुछ राहत मिलने जा रही है।