सूरत! देश में पहली बार ऐसा प्रयोग किया जा रहा है जिसमें मेट्रो स्टेशन के ऊपर ही घरों और दुकानों का निर्माण किया जायेगा ! यह कार्य गुजरात मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (GMRC) के सौजन्य से सूरत में किया जायेगा !
इस योजना का क्रियान्वयन सूरत मेट्रो लाइन 2 में पर किया जायेगा , जहाँ पर एक्वेरियम और मॉडल टाउन मेट्रो स्टेशन की छतों पर सस्ते आवास और व्यावसायिक भवनों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है ! इस प्रोजेक्ट पर 123.36 करोड रुपए खर्च किये जाएंगे! 24 माह में इसे पूरा करने के लक्ष्य के साथ GMRC ने हाल ही में इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया है !
यह एक बहुत स्तरीय विकास मॉडल है जहाँ नीचे एक्वेरियम मेट्रो स्टेशन होगा और उसके ऊपर पोडियम फ्लोर पर सुविधाएँ होंगी, और इसके भी ऊपर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (Economically Weaker Section ) के लिए EWS फ्लैट्स बनाये जाएंगे ! सरकार की योजना है कि मेट्रो स्टेशन की छत का उपयोग करके ज़रूरतमंदों को सस्ते आवास उपलब्ध करवाए जा सकें, और साथ ही शहरी बुनियादी ढाँचे के विकास का कार्य भी हो सके !
एक्वेरियम और मॉडल टाउन मेट्रो स्टेशन पर EWS होम टॉवर्स बनाए जाएंगे ! दोनों स्टेशनों पर दो-दो टावर बनाए जाएंगे प्रत्येक टावर में 7 मंजिलें, और हर मंजिल पर 24 फ्लैट्स होंगे, यानि एक टावर में कुल 168 फ्लैट बनेंगे ! प्रत्येक फ्लैट का आकार 76.65 वर्ग मीटर और कारपेट एरिया 44.91 वर्ग मीटर होगा !
जहाँ लिफ्ट उपलब्ध होगी, वहाँ से लोग चाहे तो फ्लैट से सीधे मेट्रो स्टेशन तक, वरना अगर कोई मेट्रो नहीं लेना चाहता है तो सीधे पार्किंग तक भी पहुँच सकेंगे !
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जहाँ डिजिटल ग्रीन और टिकाऊ बुनियादी ढाँचे पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है वही स्मार्ट ट्रांजिट यानी मेट्रो बस रैपिड ट्रांजिस्टर सिस्टम (BRTS) को TOD (Transit Oriented Development ) यानि पारगमन- उन्मुख विकास मॉडल के साथ जोड़ने से शहर के विकास को गति दी जा सकेगी !
यह भी जान लें कि TOD एक ऐसा मॉडल होता है जिसमें नगर नियोजन के लिए सार्वजानिक परिवहन को इस प्रकार नियोजित किया जाता है जिसमें आवासीय , व्यसायिक और मनोरंजन के क्षेत्रों को भी समन्वित किया जा सके !
GMRC का यह कदम न केवल सूरत को देश भर में TOD के लिए रोल मॉडल बनायेगा बल्कि साथ साथ भविष्य की योजनाओं की दिशा भी तय करेगा !
सूरत मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नरेंद्र लोहिया कहते हैं कि इससे सूरत को एक नया मुकाम मिलेगा ! GMRC की योजना एवं प्रोजेक्ट विभाग के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट के साथ मेट्रो स्टेशन न केवल परिवहन का साधन बनेगा बल्कि एक संपूर्ण शहरी केंद्र भी बनेगा ! यह मॉडल देश के अन्य शहरों के लिए एक मिसाल बन सकता है ! इस प्रोजेक्ट में मेक इन इंडिया के तहत भारत में बनी सामग्री को प्राथमिकता दी जायगी ! लोगों को सस्ते घर के साथ साथ रोजगार भी मिलेगा !
सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत यह देश की पहली ऐसी योजना है ! इस योजना का मुख्य उद्देश्य EWS वर्ग के निवासियों को उनके निवास स्थान से सीधे और सस्ती परिवहन सुविधा प्रदान करना है! इस अनोखी संरचना से न केवल समय की बचत होगी बल्कि दैनिक खर्चे भी कम होंगे! एक्वेरियम स्टेशन पर इस दिशा में काम शुरू हो गया है और स्टेशन की नींव को और भी मजबूत किया जा रहा है ताकि इसके ऊपर बहु-मंजिला आवास-इमारत का निर्माण संभव हो सके!
यदि लोग मेट्रो के पास रहेंगे तो वहाँ पर निर्भरता कम होगी, साथ ही साथ ट्रैफिक भी घटेगा! प्रदूषण कम होगा तथा स्थानीय लोगों को रोजगार और सस्ते मकान मिल जाएंगे ! स्टेशन क्षेत्र को शहरी हब के रूप में विकसित किया जा सकेगा !
सूरत में शीघ्र ही कार्यान्वित होने वाली GMRC की यह एक दूरदर्शी और प्रेरणादायी योजना है जिसका स्वागत किया जाना चाहिए !