डुमस आर्ट प्रोजेक्ट के दसवें एडिशन का उ‌द्घाटन

सूरत , गुजरात, 18 सितंबर, 2024 युज आर्टस फाउंडेशन दवारा समर्थित सार्वजनिक कला महोत्सव, डुमस आर्ट प्रोजेक्ट का दसवां एडिशन आज शुरू हुआ। डुमस आर्ट प्रोजेक्ट की इस वर्ष की थीम, ‘सीमाओं को पार करना’ ‘Transcending Boundaries’ रखी गई है। इस थीम का उददेश्य कलाकारों को ऐसी अभिनव कलाकृतियाँ और मूर्तियाँ बनाने के लिए प्रेरित करना है जो उनके अनूठे विजन, उनकी कल्पना और कलात्मक प्रतिभा को दर्शाती हों। सूरत नगर निगम की माननीय आयुक्त सुश्री शालिनी अग्रवाल, आईएएस ने महोत्सव का उदघाटन किया। समारोह की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन समारोह और ‘कला कार’ के अनावरण के साथ हुई। इसके बाद मगदल्ला प्लाजा में सर्वम पटेल ने ‘सैंडस ऑफ टाइम’ टाइटल से लाइव सैंड आर्ट शो प्रस्तुत किया, जिसने कला प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस महोत्सव में 200 से अधिक आर्ट इंस्टॉलेशंस, मूर्तियाँ, पेंटिंग और तस्वीरें प्रदर्शित की गई हैं। ये इंस्टॉलेशंस जेजे स्कूल ऑफ आर्टस, एम.एस. यूनिवर्सिटी वडोदरा, वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी, चित्रकला परिषद और सार्वजनिक स्कूल ऑफ फाइन आर्टस तथा जेडी इंस्टीटयूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के छात्रों दवारा रचे गए। कला कार का निर्माण पुरस्कार विजेता कलाकार और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारक मितल सोजित्रा के सहयोग से किया गया है। वीआर सूरत में बेसमेंट की दीवारों को एक आर्ट गैलरी में बदलते हुए, द बेसमेंट आर्ट प्रोजेक्ट पिंटुरा आर्ट के कलाकारों के कामों को प्रदर्शित किया गया है। अगले महीने में वीआर सूरत कलात्मक उत्सव के केंद्र में बदल जाएगा, जिसमें इंस्टॉलेशंस, ललित कला, फोटोग्राफी, प्रदर्शनियाँ, कार्यशालाएँ, पैनल चर्चाएँ, युवा कलाकार प्रतियोगिताएँ और कलाकारों का एक कारीगर बाजार भी शामिल है।

डुमस आर्ट प्रोजेक्ट के इस एडिशन के लिए अनेक संगठनों की ओर से महत्वपूर्ण सहयोग हासिल हुआ है, जिनमें से प्रत्येक उत्सव के व्यापक दृष्टिकोण में योगदान देता है। एसटीईएम, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में यूनेस्को नई दिल्ली के साथ प्रमुख तौर पर साझेदारी की गई है। मुख्य आकर्षण में यूनेस्को के प्रकाशन ‘ए ब्रेडेड रिवर- द यूनिवर्स ऑफ इंडियन वीमेन इन साइंस’ पर आधारित एक फोटो प्रदर्शनी और ‘इंटरवॉवन लेगेसीज सिनर्जीज बिटवीन वर्ल्ड हेरिटेज एंड लिविंग हेरिटेज इन इंडिया’ नामक एक डिजिटल शोकेस शामिल है। साथ ही, राजस्थान

विरासत के बीच परस्पर रिश्तों को गहराई से पेश करती है। इसके साथ ही राजस्थान के लंगा संगीतकारों और हस्तशिल्प कारीगरों के हुनर को संरक्षित करने के प्रयासों को भी प्रस्तुत किया गया है।”

यह उत्सव विविध कलात्मक अभिव्यक्तियों और प्रतिभाओं का एक अनूठा उदाहरण है। फोटोग्राफी के माध्यम से इतिहास की गुमनाम महिला आइकन को उजागर करने वाले कदंबरी मिश्रा के शक्तिशाली प्रोजेक्ट ‘आइकॉनिक वूमन प्रोजेक्ट’ से लेकर गीता हडसन के कार्यों तक यह पूरा आयोजन कलाओं में विविधता का एक बेहतरीन उदाहरण बन जाता है। इसी तरह ‘गुजरात इन फोकस’ में अनुभवी फोटोग्राफरों और उभरती प्रतिभाओं दवारा ली गई शहर की आकर्षक तस्वीरें प्रदर्शित की गई हैं। युवा कलाकार कार्यक्रम के तहत छात्रों को विभिन्न कलात्मक माध्यमों के माध्यम से खुद को तलाशने और अभिव्यक्त करने के अवसर मिलते हैं।

इस वर्ष, पब्लिक आर्ट फेस्टिवल्स ने आर्ट रीच के साथ भागीदारी की है, जो एक गैर सरकारी संगठन है और जो देशभर में वंचित वर्ग के समुदायों के कमजोर बच्चों, युवाओं और महिलाओं के जीवन को समृदध बनाने के लिए कलाकारों के साथ काम करता है। यह संगठन रचनात्मकता के माध्यम से प्रतिभागियों को सशक्त बनाता है और दृश्य कलाओं में समग्र सीखने के अनुभव प्रदान करता है। डुमस आर्ट प्रोजेक्ट के लिए, आर्टरीच एक स्थानीय कलाकार और समुदाय के साथ सहयोग करेगा, बच्चों के साथ कार्यशालाएँ आयोजित करेगा, ताकि वे एक सार्वजनिक कला उत्सव में भाग लेने के अनुभव को जी सकें और साथ ही नई कला रचने के कौशल और कहानी कहने के तरीके भी सीख सकें।

शहरी परिवर्तन में कला की भूमिका पर एक पैनल चर्चा कलाकारों और विशेषज्ञों को एक साथ लाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि कला शहरी परिदृश्य को कैसे नए सिरे से पहचान दिला सकती है। इसी क्रम में मोक्ष फाउंडेशन के प्रतिभाशाली कलाकारों दवारा एक विशेष कला चिकित्सा सत्र कला के माध्यम से भावनाओं को व्यक्त करने की शक्ति का प्रदर्शन करेगा।

अन्य आकर्षणों में ब्लॉक प्रिंटिंग, पेपर-मैशे, मिटटी के बर्तन, सुगंध बनाने और मिरर मोज़ेक से संबंधित कार्यशालाएँ शामिल हैं। आर्ट बाज़ार स्थानीय कारीगरों को अपने दर्शकों के साथ जुड़ने के लिए एक क्यूरेटेड बाज़ार प्रदान करेगा, जिसमें लाइव संगीत भी होगा। यूनेस्को और राजस्थान पर्यटन के सहयोग से राजस्थानी कलाकारों का परफॉर्मेंस होगा और इस तरह कला प्रेमी एक समृदध सांस्कृतिक अनुभव हासिल कर सकेंगे। कहा जा सकता है कि बाहरी दुनिया के प्रति अपने गहरे प्रेम और मजबूत कलात्मक झुकाव के साथ, सूरत के निवासियों को आनंद लेने के लिए बहुत कुछ मिलेगा।

Commissioner of Municipal CorporationDumas Art ProjectMs. Shalini AgarwalsuratTranscending BoundariesYuz Arts Foundation