नई दिल्ली। 1 जुलाई ।रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि पलाऊ के एक तेल टैंकर एमटी यी चेंग 6 (MT Yi Cheng 6) पर भारतीय नौसेना ने एक उच्च जोखिम वाला अग्निशमन और बचाव अभियान चला कर टैंकर के भारतीय चालक दल के 14 सदस्यों को अग्नि के बीच से सुरक्षित निकाल लिया।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कप्तान विवेक मधवाल के अनुसार, 29 जून, 2025 की सुबह अपने मिशन पर तैनात आईएनएस तबर को एमटी यी चेंग 6 से घोर संकट का सन्देश देने वाला एक मेडे डिस्ट्रेस कॉल प्राप्त हुआ। जहाज ने ओमान की खाड़ी में यूएई के फुजैराह से लगभग 80 समुद्री मील पूर्व में संचालन करते समय अपने इंजन कक्ष में एक बड़ी आग लगने की सूचना दी। आईएनएस तबर सहायता प्रदान करने के लिए अधिकतम गति से आगे बढ़ा और संकटग्रस्त जहाज के समीप पहुँच कर उसने जहाज के साथ संपर्क स्थापित किया।
INS तबर के बचाव दल ने त्वरित कार्यवाही करते हुए सात क्रू सदस्यों को तुरंत जहाज़ की नावों के माध्यम से आईएनएस तबर पर स्थानांतरित कर दिया। तबर की मेडिकल टीम ने सभी क्रू का परीक्षण किया। किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली ।
क्रू के शेष सदस्य, जिनमें कप्तान भी शामिल थे, आग पर काबू पाने में सहायता के लिए टैंकर पर ही बने रहे। आईएनएस तबर ने छह सदस्यीय अग्निशमन और नुकसान नियंत्रण टीम को अग्निशमन उपकरणों के साथ तैनात किया । रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारतीय नौसेना के जवानों और जहाज के चालक दल द्वारा की गयी शुरुआती कोशिशों से आग की तीव्रता में काफी कमी आयी और धुआँ सिर्फ इंजन कक्ष तक ही सीमित रहा। इस अग्निशमन प्रयास को आगे और मजबूती देने के लिए भारतीय नौसेना के 13 अतिरिक्त जवानों (5 अधिकारी और 8 नाविक) को भेजा गया, जिनकी की मदद से अभियान को और अधिक मजबूती प्रदान की गयी ।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार भारतीय नौसेना की अग्निशमन टीम और चालक दल के सदस्यों के सतत प्रयासों से आग पर सफलतापूर्वक नियंत्रण पा लिया गया है। तापमान की निरंतर जांच और निगरानी की जा रही है। आईएनएस टबर अभी भी सहायता के लिए मौके पर मौजूद है।
भारतीय नौसेना के जवानों के साहसिक प्रयासों ने जहाज और सभी भारतीय चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। यह घटना एक बार फिर भारतीय नौसेना की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता, संचालन की तैयारी और मानवीय सहायता के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
राहत की बात यह है कि भारतीय नौसेना की अग्निशमन टीम और चालक दल के सदस्यों के लगातार प्रयासों से आग पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया गया है। तापमान की जाँच निरंतर निगरानी की जा रही है। आईएनएस तबर समर्थन के लिए स्थान पर मौजूद है भारतीय नौसेना के कर्मियों के साहसिक प्रयासों ने जहाज और सभी भारतीय चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। यह घटना एक बार फिर से भारतीय नौसेना की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता, परिचालन तत्परता, समुद्री सुरक्षा के प्रति मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाती है और भारतीय महासागर क्षेत्र में भारत की भूमिका को प्रथम प्रतिक्रिया देने वाले देश के रूप में पुनः स्थापित करती है।