सूरत। शहर में कुछ अभिभावकों ने आरटीई में एडमिशन पाने के लिए आय दाखिले में गड़बड़ करने की बात सामने आयी है। आरटीई में आय दाखिलामहत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, जिसमें माता-पिता की वार्षिक आय का उल्लेख होता है। आरटीई के तहत प्रवेश पाने के लिए कुछ अभिभावकों ने फोटोशॉप के जरिए आय फॉर्म में हेराफेरी कर अपनी आय कम दर्शाकर प्रवेश दिलाने का प्रयास किया था। कुछ ही सेकंड में उनकी पोल खुल गई। महज 15 सेकंड में पता चला कि 1.40 लाख रुपये की आय वाला व्यक्ति अपनी आय 70 हजार रुपये दिखा रहा था। स्क्रीनिंग के बाद 100 से अधिक ऐसे विद्यार्थियों का प्रवेश रद्द कर दिया गया है, जिन्होंने आरटीई के तहत प्रवेश प्राप्त किया था। यद्यपि इन अभिभावकों ने कागजों में अपनी आय कम दिखाई थी, परन्तु वास्तव में उनकी आय मानक से अधिक थी।
शिक्षा विभाग ने मात्र 15 सेकंड में क्यूआर कोड स्कैन करके सच्चाई का पता लगा लिया। आय फॉर्म के क्यूआर कोड को स्कैन करके सरकारी वेबसाइट पर दिखाई गई आय को कुछ ही सेकंड में जाना जा सकता है। सूरत जिला शिक्षा विभाग ने 250 से अधिक आय दाखिले की जांच की और अनियमितता करने वालों को प्रवेश देने से इनकार करने के लिए तत्काल कार्रवाई की।
जिला शिक्षा अधिकारी भागीरथ परमार ने बताया कि वर्ष 2024-25 के लिए स्कूल जून में शुरू होने जा रहे हैं तथा आरटीई की प्रक्रिया जनवरी में शुरू हो गई है। उस समय पता चला कि अभिभावकों ने मामलतदार या सक्षम अधिकारी से जो आय प्रमाण पत्र प्राप्त किया था। उन्होंने अपनी आय कम दिखाने के लिए इसमें हेराफेरी की है। उदाहरण के लिए जिसकी आय 1 लाख 40 हजार थी, उसने उसे 70 हजार में बदल दिया और प्रवेश पाने का प्रयास किया।