मेहंदीकृत रामायण”, कला और भक्ति के साथ रचनात्मकता का श्रेष्ठ संगम : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल ने निमिषा पारेख रचितमेहंदीकृत रामायणको प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया 

— “निमिषाबेन की यह सफलता निश्चित रूप से उन बहनों के लिए प्रोत्साहन और प्रेरणा बनेगी जो कलात्मक प्रतिभा के माध्यम से आगे बढ़ना चाहती हैं” : मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल 

— “मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर यह सम्मान पाकर मैं बहुत खुश हूँ। यह सम्मान भारत की नारी शक्ति, संस्कृति और परंपरा के प्रतीक मेहंदी का सम्मान है, जो मुझे मेहंदीकला यात्रा को आगे ले जाने के लिए प्रेरित करेगा” : निमिषाबेन पारेख 

सूरत । सूरत में 51 बहनों के हाथों पर रची गई “मेहंदीकृत रामायण” एक बार फिर सुर्खियों में है। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल ने प्रसिद्ध मेहंदी आर्टिस्ट निमिषा पारेख द्वारा रचित “मेहंदीकृत रामायण” को प्रशंसापत्र से सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि, ‘मेहंदीकृत रामायण’ वास्तव में कला और भक्ति का श्रेष्ठ संगम है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल ने कहा कि, कला में विविधता लाने की चाहत कलाकार की रचनात्मकता को जीवित रखती है। निमिषाबेन ने मेहंदी की कला से एक प्रेरणादायक उपलब्धि हासिल की है। निमिषाबेन ने मेहंदी कला और वारली पेंटिंग के संयोजन से बहनों के हाथों पर मेहंदी के रूप में रामायण की चौपाई रचाकर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान प्राप्त किया है। निमिषाबेन की यह सफलता निश्चित रूप से उन बहनों के लिए प्रोत्साहन और प्रेरणा बनेगी जो कला प्रतिभा के माध्यम से आगे बढ़ना चाहती हैं। उन्होंने निमिषाबेन को इस रचनात्मकता के लिए बधाई दी और इस कला यात्रा को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

उल्लेखनीय है कि, हाल ही में 22 अप्रैल को “मेहंदीकृत रामायण” को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिला था और निमिषाबेन पारेख को इस उत्कृष्ट कला के लिए प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया था। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा पर्व के दौरान 16 जनवरी को सूरत में आयोजित एक कार्यक्रम में “मेहंदीकृत रामायण” कला प्रस्तुत की गई थी। मेहंदी कल्चर की संस्थापक निमिषा पारेख द्वारा रचित “मेहंदीकृत रामायण” में रामायण की 51 चौपाइयों पर आधारित 51 प्रसंगों को वारली आर्ट में मेहंदी के रूप में सूरत की 51 बहनों के हाथों पर प्रस्तुत किया गया था। इस अद्वितीय आयोजन को देश-विदेश में बहुत लोकप्रियता मिली थी।

निमिषाबेन पारेख ने कहा कि, मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल के जन्मदिन पर उनसे मिलने का निमंत्रण पाकर मुझे बहुत खुशी हुई। उनसे मुलाकात के दौरान उन्होंने “मेहंदीकृत रामायण” की रचना के लिए यह प्रशंसापत्र दिया था। इस समय मेहंदी कल्चर के सह-संस्थापक हिमाद्री सिन्हा और सरिता सिन्हा भी वहां मौजूद थे और वे भी मुख्यमंत्री से मिलकर बहुत प्रसन्न हुए। इस कला को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिलने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा अपने जन्मदिन पर नारी शक्ति की प्रतीक मेहंदी और मेहंदी कला को सम्मानित किए जाने पर वह गौरवान्वित महसूस कर रही हैं।

मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से निमिषाबेन को बधाई देकर और उनका वीडियो शेयर किए जाने पर गुजरात के सभी कला प्रेमी लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई।