मेट्रो रेल हादसा : रणजीत बिल्डकॉन का जवाब : क्रेन में खामी के कारण हुआ हादसा

22 अगस्त को नाना वराछा तपोवन सर्कल के पास लॉन्चर मशीन चढ़ाते समय मकान पर गिरी थी क्रेन और मशीन

सूरत। सारथाना से ड्रीम सिटी तक के मेट्रो रेल परियोजना के निर्माणकार्य के दौरान 22 अगस्त को नाना वराछा में क्रेन और लॉन्चर मशीन एक मकान पर गिर गया था। इस हादसे के 12 दिन बाद सोमवार को ठेकेदार कंपनी रणजीत बिल्डकॉन ने कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया है। जिसमें कंपनी ने क्रेन में किसी तरह की खराबी आने से यह हादसा होने का बताया है।

गुजरात मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से सूरत में दो फेज में मेट्रो रेल परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। इस दौरान 22 अगस्त को सारथाना से ड्रीम सिटी के रूट पर नाना वराछा के पास दो क्रेन की मदद से 135 टन वजन का लॉन्चर मशीन गार्डर पर चढ़ाया जा रहा था, तभी एक क्रेन नम गया था और मशीन का पूरा वजन दूसरे क्रेन पर आने से क्रेन मशीन के साथ पास की यमुना नगर सोसायटी के एक मकान पर धराशाई हो गया था। राहत की बात यह रही कि हादसे के समय मकान में कोई मौजूद नहीं था जिससे बड़ा हादसा टल गया था। इस हादसे के बाद मुआवजा और हादसे कैसे और क्यों हुआ इस सवाल के जवाब मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से ठेकेदार कंपनी रणजीत बिल्डकॉन से तलब किए थे। तीन दिन में कंपनी को कारण बताओ नोटिस का जवाब देना था, लेकिन समय बीत जाने के बाद भी कंपनी ने जवाब नहीं दिया था। अब सोमवार को रणजीत बिल्डकॉन की ओर से जवाब दिया गया है। जिसमें हादसे के लिए क्रेन में खामी को बताया है। हालांकि मुआवजे को लेकर कोई स्पष्टता नहीं की गई है।