बारडोली के मध्याह्न भोजन कर्मचारियों का सेंट्रलाइज्ड किचन के खिलाफ विरोध
तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा
बारडोली. बारडोली में पीएम पोषण योजना (मध्याह्न भोजन योजना) के लिए केंद्रीकृत रसोई बनाने की सरकार की योजना का कर्मचारियों ने विरोध किया है। सोमवार को बारडोली तहसील के मध्याह्न भोजन योजना के कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए बारडोली तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कर्मचारियों ने सेंट्रलाइज्ड किचन से होने वाले संभावित नुकसानों का उल्लेख किया। उनके अनुसार, एक ही जगह पर रसोई बनने से बच्चों को गरमागरम और पौष्टिक भोजन नहीं मिल पाएगा, जिससे कुपोषण बढ़ने की आशंका है। मानसून में दूरदराज और जंगल क्षेत्रों के गांवों में सड़कें बंद होने के कारण समय पर भोजन पहुंचाने में भी कठिनाई होगी और दुर्घटना की स्थिति में भी भोजन नहीं पहुंचाया जा सकेगा, जिससे बच्चे भोजन से वंचित रह जाएंगे।
इसके अलावा, कर्मचारियों ने बताया कि इस योजना में पूरे गुजरात में 96 हजार से अधिक कर्मचारी काम करते हैं, जिनमें विशेष रूप से आदिवासी, परित्यक्ता और विधवा महिलाओं का समावेश है। इस योजना को निजी एजेंसी को देने से उनकी रोजी-रोटी छिन जाएगी। इन विभिन्न मुद्दों को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों ने सेंट्रलाइज्ड किचन का विरोध किया।