सूरत. महानगरपालिका में शहर की सड़कों की गुणवत्ता को लेकर हमेशा से सवाल खड़े होते रहे हैं। विपक्ष लगातार भ्रष्टाचार का आरोप लगाता रहा है। इस बीच गुरुवार को विपक्षी दल आम आदमी पार्टी के पार्षद महेश अणघण ने चौंकाने वाले आंकड़े सामने रखते हुए सत्तपक्ष और मनपा पर सवाल खड़े किए हैं। अणघण के मुताबिक, मनपा प्रशासन द्वारा सड़क पर बना एक गड्ढा रिपेयर करने के लिए 1.84 लाख रुपए से अधिक का खर्च किया गया है और तीन सालों में सड़कों के मरम्मत के पीछे 250 करोड़ रुपए मनपा की तिजोरी से खर्च किए गए हैं।
महानगरपालिका की ओर से शहर में सड़़कों का नेटवर्क बनाया गया है, लेकिन हर साल मानसून के दौरान सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन जाते हैं और खस्ताहाल सड़कों के कारण लोगों को परेशान होना पड़ता है। मनपा प्रशासन पर स़ड़कों के निर्माणकार्य में भ्रष्टाचार का आरोप भी लगता है। सत्तापक्ष और मनपा अधिकारी कार्रवाई का दावा भी करते हैं, लेकिन फिर से हालात जस के तस नजर आते हैं। गुरुवार को मनपा में विपक्ष के उपनेता महेश अणघण ने मनपा द्वारा सड़कों की मरम्मत के लिए किए जाने वाले खर्च का ब्यौरा सामने रखा। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में उन्होंने संबंधित विभाग से जानकारी मांगी थी, जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक महानगरपालिका ने बीते तीन सालों में सड़़कों की मरम्मत के लिए 250 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जबकि गत मानसून के दौरान 5331 वर्ग मीटर सड़क मरम्मत की गई और उसके लिए 98 करोड़ रुपए खर्च किए गए। यानी एक वर्ग मीटर के गड्ढे को रिपेयर करने के लिए मनपा की तिजोरी से 1.84 लाख रुपए खर्च किए गए। अणघण ने बताया कि जब उन्होंने जोन के अधिकारियों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि साल में 100 दिन पेचवर्क का कार्य किया जाता है यानी प्रतिदिन 200 वर्ग मीटर पेचवर्क किया गया है। इस तरह की गिनती के बावजूद एक गड्ढे को रिपेयर करने के लिए 50 हजार रुपए खर्च किए गए हैं। अणघण ने सवाल उठाया कि जब हर साल करोड़ों रुपए का खर्च सिर्फ सड़कों के मरम्मत के लिए किया जा रहा है इसके बावजूद हर मानसून में शहरवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।