
शहर के फ्लाई ओवरब्रिज पर अब खतरनाक मोड़ पर बनाई जाएगी प्रोटेक्शन वॉल
शहर में 14 जनवरी को उत्तरायण की शाम को गंभीर घटना घटी थी। शाम को दो युवक मोपेड पर सवार होकर जा रहे थे,
सूरत। शहर में 14 जनवरी को उत्तरायण की शाम को गंभीर घटना घटी थी। शाम को दो युवक मोपेड पर सवार होकर जा रहे थे, तभी वे कतारगाम गोटालावाड़ी पुल पर पूरी गति से मोपेड मोड़ नहीं पाए और गिर गए। उनमें से एक युवक की मृत्यु हो गई। जबकि एक का अभी भी इलाज चल रहा है। यह घटना इस पुल के एक खतरनाक मोड़ पर हुई थी, इसलिए मनपा ने यहां सुरक्षा दीवार यानी लोहे की ग्रिल बना दी है। इसके साथ ही इस पुल पर चार ऐसे खतरनाक मोड़ हैं, इसलिए वहां प्रोटेक्शन वॉल बनाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि ब्रिज सिटी सूरत में यह पहला ऐसा ब्रिज होगा जिसमें चार खतरनाक मोड़ों पर सुरक्षा दीवारें यानी लोहे की ग्रिल लगाई जाएंगी।
– तीन खतरनाक मोड़ों पर लोहे की ग्रिल भी लगाई जाएंगी
गोटालावाड़ी ब्रिज पर जिस स्थान पर यह घटना हुई, वहां 50 फुट के ब्रिज के डिवाइडर पर लोहे की ग्रिल लगाई गई है। इससे डिवाइडर से टकराकर पुल के नीचे गिरने की संभावना टल जाएगी। इसके साथ ही आने वाले दिनों में तीन अन्य खतरनाक मोड़ों पर भी लोहे की ग्रिल लगाई जाएंगी। उल्लेखनीय है कि ब्रिज सिटी सूरत में यह पहला ऐसा ब्रिज होगा जिसमें चार खतरनाक मोड़ों पर सुरक्षा दीवारें यानी लोहे की ग्रिल लगाई जाएंगी। सूरत में 120 से अधिक विभिन्न पुल हैं। इनमें तापी नदी पर बने पुल पर लोहे की ग्रिल लगाई गई है, ताकि नदी में कूदकर आत्महत्या करने वालों को रोका जा सके। इसके साथ ही दो से अधिक ओवरब्रिज पर मोड़ों पर लोहे की ग्रिल लगाई गई है। हालाँकि, यह गोटालावाड़ी ब्रिज ऐसा पहला ब्रिज होगा जिसमें एक ही ब्रिज पर कई ग्रिल लगाई जाएंगी।