अब अपराधियों का बचना मुश्किल, तीसरी आंख से पुलिस की रहेगी चप्पे – चप्पे पर नजर

सूरत: सिटी पुलिस ने जनसहयोग से अपने सीसीटीवी कैमरों (तीसरी आंख) का दायरा बढ़ाते हुए 15 हजार 920 निजी सीसीटीवी कैमरों को अपने नेटवर्क से जोड़ा है। ताकि कहीं भी वारदात होने के बाद इन कैमरों के जरिए अपराधियों का सुराग लगाया जा सके तथा घटना की भी सटीक जानकारी हासिल की जा सके।

शहर पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर ने बताया कि पुलिस के करीब 750 सीसीटीवी कैमरे हैं। जो शहर के विभिन्न मुख्य मार्गो पर लगे हैं, लेकिन तेजी से बढ़ रहे शहर की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए निजी सीसीटीवी कैमरों को जोडऩे का कार्य किया गया। पिछले दो माह के दौरान ही विभिन्न निजी इमारतों जैसे हीरा कारखाने, टेक्सटाइल मार्केट, पेट्रोल पंप, बैक, शैक्षणिक संस्थाएं, रिहायशी सोसायटियां समेत विभिन्न इमारतों को लोगों को शहर के सुरक्षा के लिए प्रेरित किया गया।

उनसे अपील कर रोड साइड कैमरे लगवाए गए। वहीं पहले से लगे कैमरों के एंगल में सुधार किया गया। कई स्थानों पर हाईटैक व नाइट विजन कैमरे भी लगवाए गए है, ताकि सडक़ पर से गुजर रहे वाहन की नम्बर प्लेट भी आसानी से देखी जा सके। इस कार्य में लोगों से अपेक्षित सहयोग मिला। जन सहयोग से एक हजार 398 नए कैमरे लगाने की कवायद चल रही हैं।

विशेष एप के जरिए होगा उपयोग

इन निजी कैमरों को सीधे कमांड एंड कंट्रोल रूम से नहीं जोड़ा गया हैं। इसके अलावा एक विशेष एप तैयार की गई है। इस एप में कैमरे की लॉकेशन लॉकेशन, इमारत का नाम मालिक या संचालक का नाम नम्बर, ऑपरेटर व तकनीशीयन का नाम नम्बर, सीसीटीवी कैमरे का प्रकार, कवरेज का दायरा, बेकअप की क्षमता इत्यादी की जानकारी दर्ज की गई है। एप का एक्सेस थानों के सर्वेलंस स्टॉफ के कुछ कर्मचारियों को दिया गया हैं। वारदात होने के बाद पुलिस तुंरत जान सकेगी की किस जगह के सीसीटीवी की जांच करने पर अपराधियों का सुराग मिल सकेगा। वहीं सीसीटीवी से घटित होने वाले अपराध के बारे में भी जान जा सकेगा।

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इस जोन में इतने कैमरे

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जोन 1 – 387

जोन 2 – 7271जोन 3 – 649

जोन 4 – 4970जोन 5 – 1891

जोन 6 – 752

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कुल – 15920

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डीसीपी बाघमार ने की थी पहल

डीसीपी सागर बाघमार ने जोन-4 में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। उन्होंने जागरुकता अभियान के तहत अपने क्षेत्र में लोगों को सुरक्षा पुख्ता करने के लिए प्रेरित किया। विभिन्न इमारतों के प्रबंधकों के साथ बैठक कर रोड साइड कैमरे लगवाए। जो कैमरे ठीक से नहीं लगे थे उनके एंगल ठीक करवाए। उन्हें विशेष रूप से तैयार की गई पुलिस की एप से जोडऩे की मुहिम शुरू की थी। शहर पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने इस कार्य की सराहना करते हुए पूरे शहर में इस मुहिम को चलाने के निर्देश दिए थे।