विकास कार्यों के लिए आवंटित राशि में से सिर्फ 40 फीसदी ही अब तक खर्च

मनपा के वर्ष 2024-25 के रिवाइज बजट में कैपिटल खर्च में कटौती की संभावना – 4227 करोड़ रुपए के कैपिटल बजट में से नौ महीने में सिर्फ 1703 करोड़ रुपए खर्च

सूरत. महानगर पालिका की ओर से शहर में विकास की रफ्तार को जारी रखने के लिए वर्ष 2024-25 के वित्तीय बजट में कैपिटल खर्च के लिए चार हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि आवंटित की गई थी, लेकिन इसमें से मनपा प्रशासन सिर्फ 40 फीसदी राशि ही खर्च पाया है। ऐसे में रिवाइज बजट में कैपिटल बजट की राशि में कटौती की संभावना व्यक्त की जा रही है।

महानगर पालिका की ओर से आगामी वर्ष 2025-26 के ड्राफ्ट बजट को लेकर तैयारियां शुरू की गई है। जनवरी अंत में मनपा का बजट पेश किया जाएगा। मनपा के वर्तमान वित्तीय बजट पर नजर डाले तो मनपा प्रशासन की ओर से बैराज, डुमस सी फेस, मनपा मुख्यालय की बिल्डिंग, गांधी स्मृति भवन और टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट समेत फ्लाई ओवरब्रिज जैसे विभिन्न प्रोजेक्टों को ध्यान में रखते हुए बजट में कैपिटल खर्च के तौर पर 4227 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई थी। फिलहाल वर्तमान वित्तीय वर्ष को पूरा होने में तीन महीने का समय है, हालांकि नौ महीने में मनपा प्रशासन विकासकार्यों पर कैपिटल बजट की कुल राशि यानी 4227 करोड़ में से सिर्फ 40 फीसदी राशि यानी 1703 करोड़ रुपए ही खर्च कर पाया है। ऐसे में तीन महीन में और कितना खर्च करने में मनपा सफल रहती है इस पर नजर है। हालांकि माना जा रहा है कि इस बार मनपा अपने लक्क्ष्य तक पहुंचने में विफल रह सकती है और रिवाइज बजट में कैपिटल बजट की राशि में कटौती की जा सकती है। – मानसून लंबा चलने से विकासकार्यों पर असर :-
मानसून के दौरान शहर में विकासकार्यों पर ब्रेक लग जाती है। मानसून के दौरान मनपा की ओर से चार महीने तक कोई भी नया प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया जाता है। इस वर्ष जून में मानसून शुरू होने के बाद नवम्बर महीने तक चला। मानसून लंबा चलने के कारण भी विकासकार्य शुरू नहीं हो पाए, जिससे भी रुपए कम खर्च हुए।

गत वर्ष 100 फीसदी खर्च :-
वर्ष 2023-24 में मनपा प्रशासन की ओर से वित्तीय बजट में कैपिटल खर्च के लिए 3203 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। मनपा प्रशासन वर्ष के अंत तक इस लक्क्ष्य को 100 फीसदी पूरा करे में कामयाब रहा था। हालांकि वर्तमान वर्ष में 100 फीसदी लक्क्ष्य तक पहुंचना मुश्किल नजर आ रहा है।