मध्याह्न भोजन के केंद्रीकृत रसोईघर का विरोध: कर्मचारियों की रोज़गार पर संकट

बारडोली: सूरत जिले के पाँच तालुकों के स्कूलों के लिए पीएम पोषण योजना के तहत आधुनिक केंद्रीकृत रसोईघर बनाने की राज्य सरकार की तैयारी के विरोध में मध्याह्न भोजन योजना के कर्मचारियों ने बारडोली के विधायक ईश्वरभाई परमार को शिकायत की। कर्मचारियों ने केंद्रीकृत रसोईघर शुरू होने से अपनी रोज़गार छिन जाने का भय व्यक्त किया है।

सरकार की योजना के अनुसार, मांडवी में केंद्रीकृत रसोईघर स्थापित किया जाएगा, जहाँ से पाँच तालुकों के 949 स्कूलों के 1.23 लाख से अधिक विद्यार्थियों को भोजन पहुँचाया जाएगा। इसके लिए मांडवी तालुका में ज़मीन चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। लेकिन सरकार के इस परिपत्र को लेकर पूरे जिले में विरोध होने की संभावना है। सरकार के निर्णय से मध्याह्न भोजन योजना में काम करने वाले कर्मचारियों की रोज़ी-रोटी का प्रश्न खड़ा हो गया है। साथ ही विद्यार्थियों को पौष्टिक आहार के मामले में भी समस्या खड़ी होने की संभावना है। सूरत जिले के पाँच तालुकों महुवा, मांडवी, मांगरोल, बारडोली और उमरपाडा तालुकों के स्कूलों में मांडवी में एक ही जगह भोजन बनाकर पहुँचाने की सरकार की योजना है। सरकार द्वारा इस मामले में सकारात्मक असर बताए जा रहे हैं। लेकिन संचालकों और अभिभावकों में इस योजना को लेकर रोष देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि इस योजना से कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा पैदा हो गया है। साथ ही बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और पौष्टिक भोजन मिलेगा या नहीं, यह गंभीर प्रश्न खड़ा हो गया है। निजी एजेंसी जिले के दूरदराज के क्षेत्रों में समय पर भोजन पहुँचा सकेगी और वह खाने योग्य रह सकेगा या नहीं, ऐसे प्रश्न खड़े हो रहे हैं। तब ऐसे मुद्दों को लेकर मध्याह्न भोजन के कर्मचारियों ने बारडोली विधायक ईश्वर परमार को योजना का विरोध जताते हुए शिकायत की।

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