
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सरकारी धन का दुरुपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार !
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को पुलिस ने सरकारी धन का दुरुपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि 2023 में राष्ट्रपति रहते हुए वह अपनी पत्नी मैत्री विक्रमसिंघे के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए लंदन गये थे।
कोलम्बो (श्रीलंका) 22 अगस्त ! श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को पुलिस ने सरकारी धन का दुरुपयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि 2023 में राष्ट्रपति रहते हुए वह अपनी पत्नी मैत्री विक्रमसिंघे के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए लंदन गये थे।
श्रीलंका पुलिस का मानना है कि लंदन में उनकी कोई आधिकारिक यात्रा नहीं थी इसके बावजूद भी उनकी इस यात्रा पर सरकारी ख़ज़ाने से करीब 1.69 करोड़ रुपए खर्च किए गये। इस यात्रा पर विक्रमसिंघे के साथ 10 लोगों का ग्रुप भी शामिल था।
बताया जाता है कि उस समय विक्रमसिंघे क्यूबा और अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर थे। इसके बाद उपरोक्त निजी यात्रा के लिए सितम्बर 2023 में हवाना से लौटते हुए वे ब्रिटेन चले गये थे। इसके अलावा उन पर अपने पर्सनल बॉडीगार्ड को भी सरकारी खजाने से सैलरी देने का आरोप है।
न्यूज़ एजेंसी AFP ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि विक्रमसिंघे आज सुबह वित्तीय अपराध जाँच विभाग (FCID ) में इस मामले से जुड़ी पूछताछ के लिए पहुँचे थे। उन्हें शुक्रवार सुबह मामले पर बयान देने के लिए बुलाया गया था। यहाँ चार घंटे तक चली पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका इतिहास में गिरफ्तार होने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गये हैं। उन्हें कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।
विक्रम सिंह ने आरोपी से इनकार करते हुए कहा है कि उनकी पत्नी ने अपना खर्च खुद उठाया और किसी भी सरकारी पैसे का दुरुपयोग नहीं किया गया। उनके ऑफिस ने भी इन खबरों को झूठा और भ्रामक बताया है ।
आपराधिक जाँच विभाग (CID) ने विक्रमसिंघे के खिलाफ वाद में फोर्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट में सबूत पेश किये थे। इसमें उनकी पूर्व निजी सेक्रेटरी सैंड्रा परेरा और पूर्व राष्ट्रपति सचिव समन एकनायके के बयान शामिल है।
रानिल विक्रमसिंघे 1990 के दशक से लेकर अब तक छह बार अलग-अलग कार्यकाल में प्रधानमंत्री का पद सँभाला है। इस दौरान उन्होंने 23 विदेश यात्राएँ की हैं जिसके लिए सरकारी खजाने से 2 मिलियन डॉलर यानी 17.5 करोड रुपए खर्च हुए हैं।
विक्रमसिंघे ने 2023 में क्यूबा का दौरा किया था। यहाँ से लौटते समय वे लंदन रुके थे जहाँ उन्होंने जी-77 शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। इसी दौरान वे और उनकी पत्नी मैत्री ‘वाल्वर हैम्पटन यूनिवर्सिटी’ के एक समारोह में शामिल हुए थे।
जुलाई 22 में श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के लिए अपने खिलाफ महीनॉ तक चले विरोध प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद शेष कार्यकाल के लिए सिरिल विक्रमसिंघे राष्ट्रपति बने थे।
तत्कालीन राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के भाई महेन्द्रा राजपक्षे, जो प्रधानमंत्री का दर्जा रखते थे,एवं चीन की ओर झुकाव रखते थे, के विपरीत, अपने कार्यकाल में विक्रमसिंघे ने ऐतिहासिक रूप से भारत का पक्ष लिया तथा कोलंबो हवाई अड्डे और हंबनटोटा जैसी परियोजनाओं को चीन से दूर स्थानांतरित किया था।
2022 में श्रीलंका की अर्थव्यवस्था क़र्ज़ एवं आर्थिक नीतियों के कारण वित्तीय मंदी के बाद बहुत निम्न स्तर पर आ चुकी थी। विक्रमसिंघे को अब तक की सबसे खराब इस अर्थव्यवस्था को स्थिर करने का श्रेय दिया जाता है। विक्रमसिंघे पिछले वर्ष सितंबर में वामपंथी ए के दिसानायके से दूसरे दौर तक चले कड़े मुकाबले में चुनाव हार गये थे।