भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने पर पाकिस्तान को भारी नुक्सान !

पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने के कारण पाकिस्तान एयरपोर्ट्स अथॉरिटी (PAA) को मात्र दो महीने में 1,240 करोड़ रुपये (4.1 अरब पाकिस्तानी रुपये) से अधिक का नुकसान हुआ है।

इस्लामाबाद (पाकिस्तान), 10 अगस्त ! पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने के कारण पाकिस्तान एयरपोर्ट्स अथॉरिटी (PAA) को मात्र दो महीने में 1,240 करोड़ रुपये (4.1 अरब पाकिस्तानी रुपये) से अधिक का नुकसान हुआ है। डॉन के अनुसार पाकिस्तान को  भारी आर्थिक नुकसान की यह जानकारी पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को पाकिस्तान की संसद, नेशनल असेंबली में दी।

डॉन के ने रिपोर्ट किया कि यह कदम इस्लामाबाद ने 23 अप्रैल को भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के जवाब में उठाया था। 24 अप्रैल से पाकिस्तान ने भारत में पंजीकृत, अथवा वे विमान जो भारतीय एयरलाइंस द्वारा संचालित, स्वामित्व वाले या लीज पर लिए गये हों, उन सभी के ओवरफ्लाइट परमिट रद्द कर दिये थे ।

हालाँकि , यह कदम आर्थिक रूप से पाकिस्तान पर उल्टा पड़ा। PAA की ओवरफ्लाइंग चार्ज से होने वाली आय 24 अप्रैल से 30 जून के बीच बुरी तरह गिर गयी, जिससे प्रतिदिन लगभग 100-150 भारतीय विमानों के उड़ान मार्ग प्रभावित हुए जिसके कारण राजस्व में बड़ी कटौती हुई। डॉन ने बताया कि पाकिस्तान के ट्रांजिट एयर ट्रैफिक में लगभग 20 प्रतिशत की कमी हुई है।

पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय ने “संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा” का हवाला देते हुए इस वित्तीय नुकसान को सही ठहराया। मंत्रालय के अपने आंकड़ों के अनुसार, 2019 में पीएए (PAA) की औसत दैनिक ओवरफ्लाइट आमदनी 5,08,000 डॉलर थी, जबकि 2025 में यह 7,60,000 डॉलर है, जिसका मतलब है कि यह प्रतिबंध पाकिस्तान को अब पहले की तुलना में कहीं ज्यादा महंगा पड़ रहा है।

भारतीय एयरलाइंस और विमानों के सिवाय वर्तमान में पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र सभी के लिए खुला है । यह प्रतिबंध दो बार बढ़ाया गया है और अब अगस्त के अंतिम सप्ताह तक लागू रहेगा। लेकिन भारतीय एयरलाइंस पाकिस्तान को छोड़ कर अन्य अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर अप्रभावित हैं, जबकि पाकिस्तानी एयरलाइनों को भी अभी भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं है।

ध्यान रहे कि यह हवाई क्षेत्र विवाद 22 अप्रैल को पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गयी थी। इसके जवाब में, भारत ने 30 अप्रैल से सभी पाकिस्तानी संचालित, स्वामित्व वाले या लीज़ पर लिए गये विमानों, जिसमें सैन्य उड़ानें भी शामिल हैं, के भारतीय आकाश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।

नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोळ ने कहा कि सुरक्षा प्रोटोकॉल और सामरिक कारणों से पाकिस्तानी विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश को प्रतिबंधित करने वाला NOTAM 23 अगस्त 2025 तक बढ़ा दिया गया है।