सूरत, 21 जून 2025 प्राचीन परंपरा और आधुनिक रचनात्मकता का सुंदर संगम देखने को मिला व्हाइट लोटस इंटरनेशनल स्कूल में, जहाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस और संगीत दिवस को समर्पित एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन बड़े ही उल्लास और आत्मिक ऊर्जा के साथ किया गया।
🌞 सुबह की शुरुआत – योग और ध्यान के साथ
दिन की शुरुआत स्कूल परिसर में एक शांत और मन को सुकून देने वाले योग एवं ध्यान सत्र से हुई। बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों ने मिलकर सामूहिक रूप से योगासनों का अभ्यास किया, जो अनुशासन, संतुलन और आंतरिक शांति का प्रतीक था। सामूहिक श्वास और लयबद्ध गतियों ने पूरे वातावरण को ध्यानमय बना दिया।
🎶 संगीत – आत्मा को छू लेने वाले सुर
जैसे-जैसे दिन चढ़ा, शांत सुबह को मधुर संगीत की स्वरलहरियों ने जीवंत कर दिया। स्कूल के ऑडिटोरियम में छात्रों द्वारा प्रस्तुत एकल गायन और वाद्य यंत्रों की प्रस्तुतियाँ दर्शकों के मन को छू गईं। हर सुर और हर ताल में गहरी भावना और समर्पण झलक रहा था – यह संगीत आत्मा की भाषा बन गया।
💃 नृत्य – परंपरा और आधुनिकता का संगम
इसके बाद रंग-बिरंगे परिधानों में सजे छात्रों ने शास्त्रीय और आधुनिक नृत्यों की प्रस्तुति दी, जिसमें उनकी कला, आत्मविश्वास और रचनात्मकता स्पष्ट झलक रही थी। हर प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का सबसे मनोरंजक और भावनात्मक हिस्सा रहा पेरेंट-चाइल्ड पेपर डांस, जहाँ अभिभावक और बच्चे साथ मिलकर एक पेपर शीट पर नाचते रहे, जो हर राउंड में छोटी होती गई। हँसी, तालमेल और मस्ती से भरपूर यह गतिविधि स्कूल परिवार के बीच के प्रेम और जुड़ाव को दर्शाती है।
🎤 प्रधानाचार्या श्रीमती पूर्विका सोलंकी के प्रेरणादायक शब्द
अपने संबोधन में प्रधानाचार्या ने कहा:
“आज का उत्सव सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि हमारे शैक्षणिक दृष्टिकोण का सजीव उदाहरण था। योग से छात्र अनुशासन और आत्मचिंतन सीखते हैं, जबकि संगीत और नृत्य उन्हें आत्म-अभिव्यक्ति और आत्मबल प्रदान करते हैं। जब अभिभावक इस सफर में शामिल होते हैं, तो यह अनुभव और भी समृद्ध हो जाता है।”
🌈 एक यादगार दिन
कार्यक्रम का समापन तालियों की गूंज और मुस्कुराहटों के साथ हुआ। बच्चे एक नई ऊर्जा और आत्मपहचान के साथ घर लौटे, जबकि अभिभावकों के दिलों में इस दिन की मिठास और प्रेरणा हमेशा के लिए बस गई।
व्हाइट लोटस इंटरनेशनल स्कूल ने इस आयोजन के माध्यम से यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मन, शरीर और आत्मा के समग्र विकास का एक सुंदर संगम है।