ठेकेदार को ब्लेक लिस्ट का प्रस्ताव
छात्रों को नियमित और गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं देने की शिकायतें
किराया और लाइट बिल का भुगतान करने में भी आनाकानी
सूरत: सूरत मेडिकल कॉलेज की कैंटीन में खाना ठीक से नहीं मिलने की शिकायतों के बाद आखिरकार स्थायी समिति की ओर से फैसले की तैयारी की जा रही है। ब्लेक लिस्ट में डालने की पहल करने से पहले ठेकेदार को पेशकश करने का अवसर देने के बाद भी ठेकेदार मनमानी कर रहा होने की जानकारी मिली है।
सूरत महानगर पालिका द्वारा संचालित स्मीमेर मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों के लिए कैंटीन चलाई जाती है। कॉलेज में बॉयज होस्टेल में कैंटीन के संचालन का ठेका अग्रवाल रेस्टोरेंट को दिया गया है। हालांकि, काफी समय से मेस में खाने की अनियमितता और कैंटीन में गुणवत्तापूर्ण खाना न मिलने की शिकायतें मिल रही थीं। इसके चलते प्रशासन ने गुणवत्ता सुधारने और विद्यार्थियों को नियमित समय पर भोजन मिले यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इस नोटिस के बाद भी ठेकेदार ने लापरवाही बरती और भोजन की अनियमितता और गुणवत्ता में सुधार नहीं किया।
किराया और लाइट बिल चुकाने में भी आनाकानी
ठेकेदार ने मनपा द्वारा निर्धारित किराया देने में भी उदासीनता बरती है और लाइट बिल का भुगतान भी नहीं करने की जानकारी मिली है। स्थायी समिति द्वारा मामले को ब्लेक लिस्ट में डालने से पहले ठेकेदार को सुनने का प्रयास किया गया था। जिसके तहत उन्हें फोन करके उपस्थित होने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने किसी भी तरह का जवाब नहीं दिया। इसके अलावा नोटिस भी दिया गया। ठेकेदार को दंडात्मक कार्रवाई से पहले आमने-सामने बात सुनने के लिए टेलीफोन पर सूचित किया गया था। कोई जवाब न मिलने पर ठेकेदार अग्रवाल कैंटीन को 5 साल के लिए ब्लैकलिस्ट करने के प्रस्ताव पर स्थायी समिति के समक्ष निर्णय लिया जाएगा।