
हिमाचल में वर्षा का कहर !
पिछले दिनों हुई भारी बरसात से हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन, जल भराव, बाधित संपर्क, सड़कों की की टूट फूट की बाधाएँ आदि से भारी नुकसान हुआ है। 20 जून से लेकर 29 जून तक बारिश व उससे जुड़ी घटनाओं (फ्लैश फ्लड, भूस्खलन, सड़क हादसे) में कुल 34 मौतें हुईं, जिनमें से 17 विभिन्न वर्षाजन्य प्रकृतिक घटनाओं और शेष लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गये !
मानसून को आये अभी बहुत दिन नहीं गुजरे हैं लेकिन देश भर में बरसात ने कहर ढहना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों हुई भारी बरसात से हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन, जल भराव, बाधित संपर्क, सड़कों की की टूट फूट की बाधाएँ आदि से भारी नुकसान हुआ है।
प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि 20 जून से 29 जून के बीच प्रदेश में वर्षा के कारण 34 लोग काल ग्रस्त हो चुके हैं ! मंत्री जगत सिंह नेगी ने यह भी बताया कि 20 जून से लेकर 29 जून तक बारिश व उससे जुड़ी घटनाओं (फ्लैश फ्लड, भूस्खलन, सड़क हादसे) में कुल 34 मौतें हुईं, जिनमें से 17 विभिन्न वर्षाजन्य प्रकृतिक घटनाओं और शेष लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गये ! अकेले फ्लैश फ्लड और बादल फटने से कुल्लू व कांगड़ा में 5–7 लोग मरे, दर्जनों लापता बताये जाते हैं । उन्होंने आगे बताया कि फ्लैश फ्लड में आठ लोग बह गये , जिनमें से सात शव बरामद हो गये हैं ! एक की पहिचान नहीं हो पायी है ! एक की तलाश जारी है ! इस सन्दर्भ में विश्वस्त सूत्रों के अनुसार कांगड़ा के एस.पी. ने बताया कि बादल फटने के कारण एक व्यक्ति को बचाया गया है जिसने यह बताया कि बाढ़ से बचने के लिए वह और उसके साथी जंगल में भाग गये थे लेकिन उसके आठ साथी पानी में बह गये !
इस बीच शिमला में भी कुछ भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं जो कालिनी , महाली तथा ढल्ली बाईपास क्षेत्र में घटित हुई हैं! सोलन में भी भारी बरसात ने कहर ढा रखा है , जहाँ पानी घरों में घुस चुका है! सोलन में भूस्खलन भी प्रभावी हुआ है! विभिन्न स्रोतों से मिले समाचार में बताया जाता है कि सोलन जिले में भारी वर्षा के कारण भूस्खलन से बहुत से मार्ग अवरुद्ध हो गये हैं !
कालका शिमला मार्ग रेल मार्ग पर भी गाड़ियों की आवा-जाही अवरुद्ध बतायी जाती है ! कुल्लू में घरों में भी पानी घुस जाने से लोग संतप्त हैं ! मनाली में व्यास नदी पूरे उफान पर है तथा सड़क मार्ग भी क्षतिग्रस्त बताया जाता है ! अनुमान है कि राज्य में 300 करोड रुपए की संपत्ति का आर्थिक नुकसान अभी तक हो चुका है! हालाँकि प्रशासन ने विभिन्न राहत कार्य शुरू कर दिये हैं लेकिन भारी बरसात और सड़क मार्ग के अवरुद्ध होने के कारण राहत कार्यों में भी बाधा पड़ रही है! ट्रैकिंग मार्ग भी बंद हो गये हैं ! राहत कर्मियों ने 50 पर्यटकों को निकाल के सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया है ! एनडीआरएफ और एसडीआरएफ और स्थानीय टीमें डटी हुई हैं ! NH सहित लगभग 37–70 सड़क मार्ग बंद हो गये हैं ! बहुत से मार्गों पर रेलवे लाइन्स भी अवरुद्ध हो गयी हैं !
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों को नदियों और नालों से दूर रहने की सलाह दी है ! उन्होंने बताया कि बुधवार को मझान नाला में जीवा ट्रेंच वेयर के पास बादल फटा, जिससे नदी का जलस्तर बढ़ गया ! कुल्लू में दो लोग लापता है और कांगड़ा में तीन लोगों की मृत्यु हो गयी ! तीन दिन के भीतर हिमाचल में मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने भारी नुकसान पहुँचाया है ! कुछ सूत्रों के अनुसार जून में 25 से 27 के बीच पाँच स्थानों पर बादल फटने की घटना हुई है ! घटनाएँ मालाना , सैंज , निम्माड (कुल्लू ), रम्पुर (शिमला ) और फादर (मंडी) !
IMD ने हिमाचल के 10 जिलों में रेड-अलर्ट (बहुत भारी बारिश) और सात जिलों में ऑरेंज-लॉन्च जारी किया है ! मौसम विभाग के अनुसार बारिश का दौर 5 जुलाई तक जारी रहेगा ।
जनता को सलाह दी गयी है कि. नदी-नालों, पहाड़ी किनारों से दूर रहें ! यात्रा से पहले स्थानीय मौसम व सड़क स्थिति की भली भाँति जाँच करें ! स्वयं को भूस्खलन‑क्षेत्र से दूर रखें और आपातकालीन राहत टीमों की सूचनाओं का पालन करें।
NDRF/SDRF व स्थानीय टीमें search‑rescue में जुटी हैं, प्रभावित इलाकों में पुनः कनेक्टिविटी बहाल करने के लिए राहत और पुनरुद्धार कार्य जारी है । अगर आपदा लगातार आती नहीं रही , प्रशासन शीघ्र ही हालात पर काबू पाने के लिए तत्पर है ! ।।।।।।
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