ऑक्सफ़ोर्ड में गूँजी राम की गाथा, सूरत की 16 वर्षीय भाविका ने प्रभु राम के जीवन पर किया संवाद

विश्व मंच पर प्रभु राम के जीवन पर उदाहरण पेश करने के साथ प्रभु राम के संदेश आज भी कितने प्रासंगिक है यह दुनिया को बताकर भाविका ने भारत का गौरव बढ़ाया

सूरत. शहर की बेटी और स्कॉलर इंग्लिश एकेडमी स्कूल की छात्रा 16 वर्षीय भाविका माहेश्वरी ने भारत का नाम पूरी दुनिया मे रोशन किया है। हिन्दू सोसाइटी ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और हिन्दू सोसाइटी एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी में वैश्विक प्रतिष्ठित मंच पर प्रभु श्री राम की चर्चा करने की दुर्लभ उपलब्धि भाविका को मिली।

दुनिया में उच्च शिक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ इन संस्थानों में भाविका के सत्र प्रासंगिक संदर्भों और उदाहरणों का उपयोग करके रामायण के शाश्वत पाठों को आधुनिक जीवन में ढालने पर और युवाओ के बीच सनातन संस्कृति की जागरूकता लाने पर केंद्रित थे। कैसे राम जी का संदेश दुनिया भर में शांति,समृद्धि के लिए मार्ग तैयार कर रहा है जो ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के संदेश के साथ भी गहरा जुड़ा है। भाविका ने बताया कि पूरी दुनिया में श्री राम के संदेशों से ही शाँति, सुख- समृद्धि में वृद्धि होगी।

भाविका ने विश्वविद्यालय के छात्रों के प्रश्नों के जवाब भी दिए। भाविका ने रामायण के उदारहण द्वारा 21वी शताब्दी में राम जी की प्रासंगिकता पर बताई। साथ ही लंदन में 50 वर्ष से कार्यरत हिन्दू सोसाइटी टूटींग एवं वैदिक हिन्दू कल्चर सेंटर डबलिन आयरलैंड में श्री राम एवं मोबाइल एडिक्शन विषय पर बात की और कैसे मोबाइल ओवर यूज़ ने बच्चों का समय चुरा कर बीमारिया दे रहा है, कैसे हम एडिक्शन कम कर सकते है कैसे बच्चों को स्पिरिचुअल से जोड़े इस पर मार्गदर्शन दिया।

गौरतलब है कि छोटी सी उम्र में ही भाविका के नाम कई सिद्धियां हैं। जिसमें 9 वर्ष की उम्र में मोबाइल एडिक्शन सेशन द्वारा 10 हजार से ज्यादा बच्चो को जागरूक करना ,11 वर्ष की में उम्र में राम कथा द्वारा 52 लाख की समर्पण निधि अयोध्या समर्पित करना, पिछले 6 वर्षों में देश- विदेश में 1 लाख किलोमीटर से ज्यादा की इस यात्रा में प्रत्यक्ष रूप से 5 लाख से अधिक लोगो को प्रेरित करना आदि शामिल हैं।