अहमदाबाद में रियल एस्टेट के विकास का स्त्रोत बन रहा है रिडेवलपमेंट : कार्तिक सोनी, स्वरा ग्रुप
रिडेवलपमेंट अहमदाबाद के रियल एस्टेट क्षेत्र का बदल सकता है परिदृश्य : कार्तिक सोनी, स्वरा ग्रुप
अहमदाबाद. शहर की क्षितिजों में परिवर्तन लाने के लिए और शहरवासियों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए रिडेवलपमेंट एक नया जरिया बन गया है। अहमदाबाद में पुरानी आवासीय सोसायटियों के रिडेवलपमेंट करने का शुरू हुआ ट्रेंड अब अहमदाबाद में रियल एस्टेट सेक्टर की नई पहचान बन रहा है।
जमीन के महत्तम उपयोग की क्षमता के कारण रिडेवलपमेंट पुरानी सोसायटियों के लिए आकर्षक विकल्प के तौर पर उभरा है और यह अधिक फ्लोर स्पेस इंडेक्स (एफएसआइ) के कारण संभव हुआ है। अतिरिक्त एफएसआई के कारण रहने की जगह का विस्तरण संभव बन पता है, जिससे मकान मालिकों को लिफ्ट, क्लब हाउस, जिम, गार्डन और पार्किंग समेत की कई सुविधाओं से लैस बड़े और अपग्रेड किए मकान मिलते हैं।अहमदाबाद के अग्रणी रियल एस्टेट ग्रुप स्वरा ग्रुप के स्थापक और चेयरमैन कार्तिक सोनी ने बताया कि शहर के रियल एस्टेट क्षेत्र के विकास में रिडेवलपमेंट प्रमुख भूमिका अदा करें वह समय आ गया है।
रिडेवलपमेंट जमीन का अच्छे तरीके से और बेहतर उपयोग कर पुरानी सोसायटियों को पुनर्जीवित करने का अवसर देने के साथ ही रहने के लिए आधुनिक और सस्टेनेबल जगह का भी सृजन करता है। मकान मालिकों को उनके वर्तमान पुराने मकानों की जगह नए और अधिक स्पेस के साथ के मकान, अपग्रेडेड लाइफस्टाइल और बेहतर सुविधाओं का लाभ मिलता है। शहरी जमीन का अधिकतम उपयोग कर वर्टिकल विकास में भी रिडेवलपमेंट का बड़ा योगदान है। श्री सोनी ने बताया कि ” रिडेवलपमेंट भविष्य है और आगामी वर्षों में अहमदाबाद में रियल एस्टेट की वृद्धि का चालक बनेगा। ”
पांच साल से भी कम समय में स्वरा ग्रुप ने अहमदाबाद में रिडेवलपमेंट में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कंपनी छह प्रोजेक्ट पूरे कर चुकी है और छह प्रोजेक्ट पर चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही है। वहीं, अन्य छह प्रोजेक्ट के लिए भी योजना बनाई जा रही है। अन्य ग्रुपों से स्वरा ग्रुप इसलिए अलग है कि ग्रुप के सभी प्रोजेक्ट पालड़ी, वासणा, परिमल , आंबावाड़ी, नवरंगपुरा, नारणपुरा और उस्मानपुरा सहित के प्राइम लोकेशन पर है।कार्तिक सोनी ने बताया कि ” इन क्षेत्रों में अब खाली जमीन नहीं बची है, लेकिन यह क्षेत्र अहमदाबाद का दिल है और उनका वित्तीय व सामाजिक मूल्य काफी ऊंचा है।
रिडेवलपमेंट एकमात्र सक्षम विकल्प होने से यहीं हमारा प्रमुख लक्ष्य है। मुंबई जैसे शहरों में पुरानी सोसायटियों के रिडेवलपमेंट का ट्रेंड लंबे समय से चलते आ रहा है, जबकि अहमदाबाद में यह ट्रेंड नया है। पुरानी इमारतों को लैंडमार्क प्रोजेक्ट में तब्दील करने के सफल प्रयास के बावजूद शहर की सही क्षमता के मुकाबले आंकड़े कम ही है। विशेष तौर पर मकान मालिक और रियल एस्टेट डेवलपर्स के बीच विश्वास के अभाव के कारण पैदा होने वाली कानूनी समस्याएं अहमदाबाद में रिडेवलपमेंट के स्वीकृति के रास्ते में एक बड़ा अवरोध है। कार्तिक इस बात पर जोर देते हैं कि रिडेवलपमेंट की प्रक्रिया में अधिक सतर्कता और पारदर्शिता से सिर्फ अवरोधों को दूर करने में ही मदद नहीं मिलेगी, बल्कि अहमदाबाद की अभूतपूर्व वृद्धि को भी और गति दे सकती है।
गुजरात सरकार रिडेवलपमेंट को प्रोत्साहन देने के लिए उत्सुक है और इसके लिए डेडीकेटेड रिडेवलपमेंट पॉलिसी की भी सरकार की ओर से घोषणा की गई है।