
दिल्ली की रिठाला बंगाली बस्ती – झुग्गियों में लगी भीषण आग में युवक जला !
रिठाला मेट्रो स्टेशन के समीप स्थित बंगाली बस्ती में शुक्रवार देर रात भीषण आग लग गयी , जिसमें सैकड़ों झुग्गियाँ जलकर राख हो गयीं। हादसे में कम से कम एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल बताया गया है।
नयी दिल्ली, 8 नवंबर ! रोहिणी क्षेत्र में रिठाला मेट्रो स्टेशन के समीप स्थित बंगाली बस्ती में शुक्रवार देर रात भीषण आग लग गयी , जिसमें सैकड़ों झुग्गियाँ जलकर राख हो गयीं। हादसे में कम से कम एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल बताया गया है। प्रभावित परिवारों को रातों-रात सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। मुन्ना (35 वर्ष) नाम का युवक 10 दिन पहले ही मुर्शिदाबाद से यहाँ काम की तलाश में आया था। उसके बच्चे पत्नी सब वहीं गाँव में हैं, बीती रात लगी आग में मुन्ना की मौत हो गयी।
दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के अनुसार, आग पर नियंत्रण पाने के लिए देर रात तक लगातार दमकल और कूलिंग ऑपरेशनों को अंजाम दिया गया। घटना स्थल से एक शव बरामद किया गया, जबकि एक अन्य घायल व्यक्ति—जो एक बच्चा है—को इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया।
डी.एफ.एस. के अनुसार, नियंत्रण कक्ष को रात लगभग 10:56 बजे आग की सूचना मिली, फायर टेंडर मौके पर भेजे गये। आग कितनी विकराल थी…इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आग बुझाने के लिए दमकल की 29 गाड़ियाँ मौके पर पहुँची। संकरी गलियों और लगातार फटते गैस सिलेंडरों के कारण दमकलकर्मियों को आग पर काबू पाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। आग को “मध्यम श्रेणी” घोषित किया गया, लेकिन इसके फैलाव की रफ्तार को देखते हुए अतिरिक्त टीमें भी तैनात की गयीं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, आग लगते ही क्षेत्र में भगदड़ मच गयी। कई परिवार अपने घरों से केवल कपड़ों में ही बाहर निकल सके। रातभर दमकलकर्मी आग बुझाने में लगे रहे और पुलिस ने इलाके को पूरी तरह सील कर दिया। अनुमान है कि आग की तीव्रता बढ़ने में एलपीजी सिलेंडरों के विस्फोट की भूमिका रही।
स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया है। प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी आश्रय, भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मेडिकल टीम और एंबुलेंस पूरे समय घटनास्थल के आसपास तैनात रहीं। प्रशासन ने कहा है कि क्षति का आकलन कर मुआवजा और पुनर्वास की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी।
आग लगने के कारणों की जाँच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि बस्तियों में घनी आबादी, अवैध बिजली कनेक्शन और सिलेंडरों का अव्यवस्थित उपयोग ऐसी घटनाओं को गंभीर रूप दे देते हैं।
