वॉशिंगटन (अमेरिका), 10 सितंबर 2025 ! पी.एन. एन द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार वॉशिंगटन डी.सी. के ऐतिहासिक नेशनल प्रेस क्लब में इस बार भारत की एक दुर्लभ आवाज़ गूँजी। यह आवाज़ राजनीति की नहीं, बल्कि शांति की थी।
शिरडी साईं बाबा फाउंडेशन के संस्थापक श्री आशिम खेतरपाल ने साईं बाबा पीस अवॉर्ड्स की शुरुआत की घोषणा की। इन पुरस्कारों को नोबेल शांति पुरस्कार का आध्यात्मिक समकक्ष माना जा रहा है।
इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन वैश्विक नेताओं, सुधारकों, संतों और मानवतावादियों को सम्मानित करना है, जो प्रेम, सत्य, करुणा और एकता के मूल्यों को आत्मसात करते हैं।
पीएनएन द्वारा उपलब्ध प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें बार्ट एस. फिशर (हार्वर्ड विद्वान, विधि विशेषज्ञ और दो बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित) और डॉ. संजना जॉन (अंतरराष्ट्रीय संबंधों की रणनीतिकार) शामिल थीं। इस कार्यक्रम ने विशेष साक्षात्कारों और पॉडकास्ट्स के माध्यम से वैश्विक मीडिया का ध्यान आकर्षित किया।
अमेरिका यात्रा के दौरान, खेतरपाल ने वॉशिंगटन डी.सी. स्थित भारतीय दूतावास का भी दौरा किया, जहाँ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में, उन्हें एक प्रशस्ति पत्र (Citation) से भी सम्मानित किया गया, जिसमें उनकी आध्यात्मिक कूटनीति और मानवीय सेवा में योगदान को मान्यता दी गयी।
अमेरिका में लॉन्ग आइलैंड (न्यूयॉर्क के मैनहटन के पूर्व में स्थित) में आयोजित एक सार्वजनिक सभा में इस मिशन ने आगे और भी प्रभाव डाला, जहाँ 900 से अधिक विशिष्ट व्यक्तियों, समाजसेवियों और उद्यमियों ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया। संयुक्त राष्ट्र में, खेतरपाल को साईं बाबा पीस अवॉर्ड्स की मेज़बानी करने का निमंत्रण भी दिया गया, जिसका औपचारिक शुभारंभ संभवतः फरवरी-मार्च तक होगा।
AI द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार यह पुरस्कार समारोह 2026 में भारत में आयोजित करने की योजना है। फाउंडेशन के ट्रस्टी आशिम खेतरपाल द्वारा प्रस्तावित इन पुरस्कारों का उद्देश्य छह श्रेणियों में प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित करना है और इसमें सम्मानित व्यक्तियों की पहचान के लिए एक सलाहकार समिति और चयन के लिए एक विशेष जूरी शामिल होगी। यह घोषणा खेतरपाल ने वाशिंगटन डी.सी. में नेशनल प्रेस क्लब में साउथ एशियन हेराल्ड के साथ एक साक्षात्कार में की।