साक्षी के मुक्कों से भारत स्वर्ण का साक्षी बना !

भारत की  साक्षी ने विश्व बॉक्सिंग कप – अस्ताना, कजाखस्तान 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए महिलाओं के 54 किलोग्राम फाइनल में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। 24 वर्षीय साक्षी ने अमेरिका की यॉसलीन पेरेज़ के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाते हुए जजों की सर्वसम्म्मत निर्णय सेजीत हासिल की। दल ने यहाँ विश्व बॉक्सिंग कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 11 पदक पक्के कर लिए हैं।

अस्तान (कजाखस्तान), 6 जुलाई।  भारत की  साक्षी ने विश्व बॉक्सिंग कप – अस्ताना, कजाखस्तान 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए महिलाओं के 54 किलोग्राम फाइनल में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता।  साक्षी इससे पूर्व दो बार युवा विश्व चैंपियन रह चुकी है ।बॉक्सिंग फेडरेशन (BFI) की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार  24 वर्षीय साक्षी ने अमेरिका की यॉसलीन पेरेज़ के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाते हुए जीत हासिल की। यह जीत जजों की सर्वसम्म्मत निर्णय से तय की गयी।

ज्ञातव्य है कि वर्ल्ड बॉक्सिंग कप 2025 (World Boxing Cup) की यह प्रतियोगिता एक चतुर्मासिक टूर्नामेंट है  जो तीन चरणों में पूरा होता है।  इसमें विश्व के माध्यमिक और प्रमुख मुक्केबाज हिस्सा लेते हैं । इसका पहला चरण 31 मार्च से 5 अप्रैल तक ब्राजील में आयोजित हुआ , जिसमें भारतीय मुक्केबाजों  ने भाग लिया था। ब्राजील में पहले चरण भारत ने में छह पदक जीते थे, जिनमें एक स्वर्ण और एक रजत शामिल था।

कज़ाखस्तान के अस्ताना में 30 जून से 7 जुलाई तक आयोजित इस दूसरे चरण में दैनिक मुकाबले जारी हैं, जिसमें भारत 6 विजयी राउंड बना चुका है। इसके साथ ही भारतीय दल ने यहाँ विश्व बॉक्सिंग कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 11 पदक पक्के कर लिए हैं।

इस चरण के रविवार को आयोजित  पहले सत्र में चार भारतीय मुक्केबाज़ रिंग में उतरे थे, जिनमें साक्षी ने अपनी गति और बेहतरीन कॉम्बिनेशन पंचों के साथ शानदार खेल दिखाते हुए पोडियम के शीर्ष पर जगह बनायी।

साक्षी से पहले के मुकाबले में 48 किग्रा के फाइनल में मीनाक्षी ने स्थानीय जनप्रिय बॉक्सर नज़ीम किज़ाइबाय के खिलाफ जीत के लिए कड़ा प्रयास किया , लेकिन 3:2 के फैसले से स्वर्ण पदक से वंचित रह गयीं ।

महिलाओं के 80 किग्रा  वर्ग में पूजा रानी को भी अपना फाइनल हारने के बाद रजत पदक के साथसंतोष करना पड़ा। पूजा ऑस्ट्रेलिया की एसेटा फ्लिंट के खिलाफ मात्र 0.5 अंक से हार गयीं।

पुरुष वर्ग के 85 किग्रा वर्ग में जुगनू भी कजाखस्तान के बेकजाद नुर्दाउलेतोव के खिलाफ 0:5 से हार गये।

आज शाम के अंतिम सत्र में कज़ाखस्तान के अस्ताना में 30 जून से 7 जुलाई तक आयोजित इस दूसरे चरण में दैनिक मुकाबले जारी हैं, जिसमें चार और भारतीय स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। ब्राजील के फॉज़ डु इसु आगू में हुए प्रथम चरण में पुरुष 70 किग्रा के स्वर्ण पदक विजेता हितेश गुलिया के साथ अभिनाश जमवाल (पुरुष 65 किग्रा), जैस्मिन (महिला 57 किग्रा) और नूपुर (महिला 75+ किग्रा) मुकाबलों में हिस्सा लेंगे।

कजाकिस्तान के राष्ट्रपति टोकायेव भी अस्टाना (Astana) में  प्रतियोगिता का समापन कार्यक्रम देखने पहुँचे, जहाँ 29 देशों के 250 मुक्केबाज़ भाग ले रहे थे ।

इस प्रतियोगिता का दूसरा चरण 30 जून से 7 जुलाई तक चला।  इसके बाद प्रतियोगिता का तीसरा व अंतिम चरण भारत में 15 से 22 नवंबर 2025 तक नयी दिल्ली में आयोजित होगा ।