मुंबई,8 अक्टूबर 2025 ! भारतीय टी 20 बल्लेबाज संजू सैमसन को आज सिएट क्रिकेट रेटिंग अवार्ड 2025 के आयोजन के अवसर पर T-20 क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर का पुरस्कार मिला। इस मौके पर अपनी खेल प्रतिभा के लिए सम्मानित होने के पलों में उन्होंने अपने संघर्ष और मेहनत की कहानी भी सुनायी। उन्होंने अपने करियर की चुनौतियों, चोटों और टीम से बाहर रहकर जिए गये कठिन पलों को भी साझा किया। उनके शब्दों से यह साफ हो गया कि संजू के पीछे सिर्फ आंकड़े नहीं बल्कि 10 वर्षों का संघर्ष अनुभव और देश के लिए अपार समर्पण भी छिपा हुआ है।
संजू सैमसंग ने कहा, “जब आप भारतीय जर्सी पहनते हैं तो किसी चीज के लिए ना कहना संभव नहीं होता। मैंने इसे हासिल करने के लिए बहुत मेहनत की है और देश के लिए अपना काम करने में मुझे गर्व महसूस होता है। चाहे मुझे नंबर 9 पर बल्लेबाजी करनी पड़े या लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाजी करनी पड़े, मैं हमेशा टीम की जरूरत के हिसाब से तैयार हूँ।”
30 वर्षीय संजू ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के 10 साल पूरे होने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “हाल ही में मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10 साल पूरे किए हैं ,लेकिन मैं इस दौरान मात्र 40 ही मैच खेल पाया। आँकड़े छोटे लग सकते हैं लेकिन इन वर्षों में मुझे जो चुनौतियाँ पार करनी पड़ीं, और जिस इंसान के रूप में मैं बना उस पर मुझे गर्व है। ”
दरअसल इंटरव्यू के दौरान संजू सैमसन भावुक नजर आए और 10 साल में केवल 40 मैच खेलने की अपनी कहानी साझा की। उनका यह बयान दर्शाता है कि उन्हें और अधिक मौके मिलने चाहिए थे। 2025 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से संजू ने अब तक कुल 65 मैच में 16 एक दिवसीय और 50 T20 में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
अवार्ड समारोह में अपने पुरस्कार के समय संजू ने बताया कि चोटें, टीम से बाहर रहना और दबाव में प्रदर्शन न कर पाना उनके करियर का हिस्सा रहे हैं ,लेकिन इन्हीं कठिन अनुभवों ने उन्हें मजबूत बनाया। संजू ने साझा किया खेल में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। कभी चोट कभी टीम से बाहर होना, कभी प्रदर्शन न कर पाना, ऐसे कई पल आये, लेकिन यही समय आपको बेहतर बनाता है और आपके अंदर सीखने की ताकत पैदा करता है।
संजू सैमसन ने हमेशा अपनी टीम को प्राथमिकता दी है। चाहे बड़े मैदाने में दबाव का सामना करना हो या टीम के युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देना, उन्होंने हर चुनौती को खुले दिल से स्वीकार किया है। उनका कहना है कि भारतीय जर्सी पहनना केवल खेलने का अवसर नहीं बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी है। संजू ने भावुक होते हुए कहा जब आप भारत के लिए खेलते हैं तो आपको किसी भी स्थिति में देश के लिए तैयार रहना चाहिए। यह मेरे लिए हमेशा सम्मान की बात रही है।