ऊर्जा विभाग की भर्ती परीक्षा में घपले का मामला
अहमदाबाद और वडोदरा से दो और आरोपी गिरफ्तार
– अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी
सूरत. ऊर्जा विभाग में विद्युत सहायक भर्ती के लिए हुई ऑनलाइन परीक्षा में हुए घपले के खुलासे में बुधवार को सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। एक की गिरफ्तारी अहमदाबाद और दूसरे की वडोदरा से की गई। अब तक इस प्रकरण में कुल चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
क्राइम ब्रांच पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन परीक्षा में घपले का खुलासा होने के बाद से क्राइम ब्रांच पुलिस अलग अलग टीमें बनाकर आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है। इस बीच बुधवार को टीमों ने घोटाले में लिप्त दो और आरोपी अहमदाबाद पालड़ी निवासी भरत सिंह तखत सिंह झाला और वडोदरा छाणी निवासी भास्कर गुलाबचंद चौधरी को गिरफ्तार किया है। ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में हुए घपले में दोनों की सक्रिय भूमिका रही है। इससे पहले क्राइम ब्रांच पुलिस वडोदरा से इंद्रवदन अश्विन परमार और मोहम्मद ओवेश कपडावाला को गिरफ्तार कर चुकी है। अब तक चार गिरफ्तारियां हुई है।
गौरतलब है कि ऊर्जा विभाग की विभिन्न कंपनियों में विद्युत सहायक भर्ती के लिए वर्ष 2020 और 2021 में ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसमें आरोपियों ने षड्यंत्र रच कर उम्मीदवारों का संपर्क कर उन्हें विशेष सोफ्टवेयर की मदद से कई उम्मीदवारों की परीक्षा देकर उन्हें पास करवाया था। मामला क्राइम ब्रांच तक पहुंचने पर जांच शुरू की गई थी और सबूत हाथ लगने पर क्राइम ब्रांच पुलिस ने विभिन्न शिक्षा इंस्टीट्यूट और कम्प्यूटर लैब इंचार्ज तथा एजेंटों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
– पास करवाने के लिए 7 से 8 लाख रुपए
पुलिस ने बताया कि पहले पकड़े गए दो आरोपियों की रिमांड के दौरान पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गिरोह ने उम्मीदवारों को पास करवाने के लिए एक – एक सात से आठ लाख रुपए लिए थे और ऐसे 70 से अधिक उम्मीदवारों को पास करवाया था।
– पकड़े गए दोनों आरोपी अन्य भर्ती परीक्षाओं के घपले में भी आरोपी
क्राइम ब्रांच पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद से गिरफ्तार आरोपी भरत सिंह झाला शिक्षक की नौकरी करता था। वर्ष 2018 में लोक रक्षक भर्ती घोटाले में उसकी लिप्तता सामने आई थी और अमहादाबाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। तीन महीने बाद उसकी जमानत हुई थी। वहीं, वडोदरा से पकड़ा गया आरोपी भास्कर चौधरी वर्ष 2019 में राजस्थान बिट्स पिलानी कॉलेज में छात्रों को गलत तरीके से प्रवेश दिलाने के आरोप में सीबीआई के हाथों गिरफ्तार हुआ था और दो महीने तक तिहाड़ जेल में कैद रहा था। जमानत पर रिहा होने के बाद वर्ष 2023 में जूनियर लिपिक भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड में भी नाम सामने आने पर उसे गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया था और फिलहाल वह वडोदरा जेल में कैद था। ट्रांसफर वारंट से कब्जा लेकर उसे गिरफ्तार किया गया है।