ब्रेनडेड युवक के अंगदान से सात लोगों को मिला जीवनदान

सूरत। भरूच जिले की एक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में अंकलेश्वर से ब्रेनडेड युवक का हृदय दान किया गया। आदिवासी समुदाय के ब्रेनडेड के परिवार ने उसके हृदय, फेफड़े, लीवर, किडनी और आंखें दान कर डोनेट लाइफ के माध्यम से सात लोगों तक मानवता की खुशबू पहुंचाकर समाज को एक नई दिशा दिखाई है। अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल में कलोल निवासी 49 वर्षीय व्यक्ति में दान किया गया हृदय प्रत्यारोपित किया गया। मुंबई निवासी 40 वर्षीय महिला में फेफड़े का प्रत्यारोपण मुंबई के सर एच. रिलायंस हॉस्पिटल में किया गया।
भरूच जिले के वालिया तहसील के मोतीपारा जांबुगाम निवासी योगेश ट्रक ड्राइवर के रूप में काम करता था। 20 नवंबर को वालिया रोड, अंकलेश्वर, शिवदर्शन सोसायटी, कोसमाडी के पीछे गिरने से सिर और मुंह में गंभीर चोटें आईं। इस लिए उन्हें तुरंत श्रीमती जयाबेन मोदी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में न्यूरोसर्जन के पास रेफर किया गया। डॉ. जयपालसिंह गोहिल के इलाज में उन्हें भर्ती कर लिया गय।निदान के लिए सीटी स्कैन कराने पर ब्रेन हेमरेज का पता चला। 23 नवंबर को न्यूरोसर्जन टीम ने योगेश को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। डोनेट लाइफ की टीम अंकलेश्वर की श्रीमती जयाबेन मोदी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल पहुंची और योगेश की पत्नी शीतल, पिता रमनभाई, चाचा खुमानभाई, बहन शीला, भाभी पीनल और परिवार के अन्य सदस्य को अंगदान का महत्व और इसकी पूरी प्रक्रिया समझाई।योगेश की पत्नी शीतल और पिता रमनभाई ने कहा कि हम बहुत साधारण परिवार से हैं।