शेफाली का खेल देख दक्षिण अफ्रीका की कप्तान हैरान !

दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वूलवार्ट ने भारत की युवा स्टार शेफाली वर्मा के अप्रत्याशित गेंदबाज़ी प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी है। महिला क्रिकेट विश्व कप फाइनल में शेफाली ने अपनी धीमी गेंदों से अहम विकेट झटके, जिससे टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत हासिल करने में मदद मिली। वूलवार्ट ने स्वीकार किया कि शेफाली की असामान्य गेंदबाज़ी देखकर वे हैरान रह गयीं ।

नवी मुंबई, 3 नवम्बर 2025 ! दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वूलवार्ट ने भारत की युवा स्टार शेफाली वर्मा के अप्रत्याशित गेंदबाज़ी प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी है। महिला क्रिकेट विश्व कप फाइनल में शेफाली ने अपनी धीमी गेंदों से अहम विकेट झटके, जिससे टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत हासिल करने में मदद मिली। वूलवार्ट ने स्वीकार किया कि शेफाली की असामान्य गेंदबाज़ी देखकर वे हैरान रह गयीं । उन्होंने कहा कि यह उनके लिए निराशाजनक रहा कि शेफाली की स्पिन गेंदबाज़ी इतने महत्वपूर्ण मौकों पर प्रभावी साबित हुई।

शेफाली वर्मा ने पहले बल्ले से शानदार 87 रन बनाये और फिर गेंदबाज़ी में दो महत्वपूर्ण विकेट लेकर भारत की जीत में निर्णायक भूमिका निभायी । उनका यह ऑलराउंड प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए स्वप्निल पल लेकर आया। भारत ने आखिरकार लंबे इंतज़ार के बाद अपना पहला आईसीसी महिला विश्व कप खिताब जीत लिया। रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गये फाइनल मुकाबले में भारत ने पहली बार फाइनल में पहुँची दक्षिण अफ्रीका की टीम को 52 रनों से हराया। यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गयी है और आने वाले वर्षों में देश में महिला क्रिकेट को नयी ऊँचाइयों तक ले जाने की उम्मीद जगा रही है।

शेफाली की गेंदबाज़ी से चौंकी वूलवार्ट ने कहा – पार्ट-टाइमर से इतने विकेट की उम्मीद नहीं थी। दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वूलवार्ट ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि शेफाली वर्मा इतनी गेंदबाज़ी करेंगी। उन्होंने कहा, “हमने नहीं सोचा था कि वह आज ज़्यादा गेंदबाज़ी करेंगी। यह हमारे लिए थोड़ा सरप्राइज़ फैक्टर था। वह हाथ के सामने से बहुत धीमी गेंदें फेंक रही थीं, फिर भी उन्होंने दो अहम विकेट निकाल लिए।” वूलवार्ट ने आगे कहा कि विश्व कप फाइनल जैसे बड़े मैच में कोई भी टीम नहीं चाहती कि वह पार्ट-टाइम गेंदबाज़ को विकेट दे, लेकिन शेफाली ने न सिर्फ दो बल्कि दो बड़े विकेट झटके। “यह थोड़ा निराशाजनक था, क्योंकि हमने उनके खिलाफ खास योजना नहीं बनायी थी। लेकिन हाँ, उन्होंने बहुत अच्छी गेंदबाज़ी की,” वूलवार्ट ने कहा। उन्होंने यह भी माना कि शफाली के बाद भारतीय टीम ने आक्रामक रुख अपनाते हुए उन्हें और मौके नहीं दिये।

ज्ञात हो कि शेफाली को अपने आकर्षक, प्रभावी, ‘मैच विनर’ खेल के लिए ‘प्लेयर ऑफ़ दी मैच’ के ख़िताब से नवाज़ा गया। आपको यह भी ध्यान होगा कि बांग्लादेश के साथ खेले गये मैच में प्रतिका रावल को चोट लग जाने के कारण बाहर बैठना पड़ा था और उनकी जगह स्थानापन्न शेफाली वर्मा को टीम में शामिल किया गया। उन्होंने सेमी फाइनल और फाइनल के दो मैच ही खेले।

आगे बात करते हुए वूलवार्ट ने कहा कि विश्व कप के दौरान उन्होंने खुद भी अपने वनडे खेल में सुधार किया है ! “मैंने अधिक सकारात्मक और आक्रामक रवैया अपनाया है। मैं अलग-अलग विकल्पों पर काम कर रही हूँ, खासकर लेग साइड पर रन बनाने और फील्ड सेटिंग का मुकाबला करने पर।” वूलवार्ट ने कहा कि वह अपने खेल को नई दिशा देने की कोशिश कर रही हैं और आने वाले समय में इससे टीम को और मज़बूती मिलेगी।