भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष उड़ान

आज दोपहर भारतीय समय अनुसार लगभग 12:00 बजे कैनेडी स्पेस सेंटर फ्लोरिडा से स्पेस X रॉकेट 9 ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सहित चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर एक्सियोम स्पेस मिशन SCM4 के तहत उड़ान भरी । इस मिशन के पायलेट शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन हैं। 9 जुलाई को यह मिशन पूर्ण होगा।

25 जून! फ्लोरिडा, अमेरिका!   आज दोपहर भारतीय समय अनुसार लगभग 12:00 बजे कैनेडी स्पेस सेंटर फ्लोरिडा से स्पेस X रॉकेट 9 ने भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सहित चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर एक्सियोम स्पेस मिशन SCM4 के तहत उड़ान भरी । इस मिशन के पायलेट शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन हैं। मिशन के कमांडर पैगी व्हिटसन वर्तमान में निदेशक , ह्यूमन स्पेस फ्लाइट एक्सिओम स्पेस, जो नासा के भूतपूर्व अंतरिक्ष यात्री रह चुके हैं । अन्य दो अंतरिक्ष यात्री मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोस्ज उज़नान्स्की तथा हंगरी के तिवोर कापू हैं।

इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष में अनुसंधान, नयी तकनीक का परीक्षण और निजी अंतरिक्ष मिशन को बढ़ावा देना है। । 26 जून की शाम टीम इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ेगी। वहाँ कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए जाएंगे। मुख्य रूप से माँसपेशियों का पुनर्जनन (Muscular regeneration),  अंकुरों की वृद्धि ( growth of sprouts), खाद्य सूक्ष्म शैवाल (edible micro algae), छोटे जलीय जीवों का अस्तित्व और सूक्ष्मगुरुत्व में इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले के साथ मानव संपर्क ( Survival of tiny aquatic organism and human interaction with electronic display in microgravity) विषयों पर अच्ययन किया जायेगा। ।

ग्रुप कैप्टन शुभांशु ने अंतरिक्ष से देशवासियों के नाम एक संदेश भेजा –

“नमस्कार देशवासियों ! क्या सफर है ! 41 साल बाद हम वापस अंतरिक्ष में पहुँच गये हैं। कमाल की राइड है यह !  यह यह एक अद्भुत सफर है ! हम पृथ्वी के चारों ओर 7:30 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से घूम रहे हैं, और मेरे कंधे पर लगा यह तिरंगा है, जो मुझे बता रहा है कि मैं आप सबके साथ हूँ । यह मेरी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा की शुरुआत नहीं है। यह भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है, और मैं चाहता हूँ कि आप सभी देशवासी इस यात्रा का हिस्सा बनें । आपका भी सीना गर्व से चौड़ा होना चाहिए। आप भी उतने ही एक्साइटमेंट दिखाइए । आइए ! हम मिलकर भारत की इस मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें । जय हिंद ! जय भारत !

मिशन के लॉन्च होते ही शुभांशु शुक्ला की माँ आशा शुक्ला भावुक हो गयीं। वहीं उनके पिता ने भगवान को धन्यवाद दिया। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं । 41 वर्ष पूर्व 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत रूस के अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष का सफर किया था। इस मिशन के लिए नासा और इसरो के बीच समझौते के तहत शुभांशु शुक्ला स्पेस में भेजे गये हैं ।

9 जुलाई को यह मिशन पूर्ण होगा और अंतरिक्ष यात्री सकुशल पृथ्वी पर वापस लौटेंगे ।