सूरत एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल कार्गो नहीं होने से हो रहा करोड़ का नुकसान

सूरत:औद्योगिक गति में सबसे तेज आगे बढ़ रहे सूरत शहर में एयरपोर्ट पर पूरी सुविधा नहीं होने के चलते औद्योगिक विकास बाधित हो रहा है ।हीरा उद्योग से लेकर केमिकल उद्योग तक इस बारे में चिंतित हैं। यदि सूरत एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल एयर कार्गो की सर्विस शुरू कर दी जाए तो सूरत के औद्योगिक विकास की गति को पंख लग जाएंगे। सूरत में बड़े पैमाने पर हीरा उद्योग फैला हुआ है।हीरा उद्यमियो को निर्यात करने के लिए ज्यादातर मुंबई पोर्ट पर ही आधार रखना पड़ता है। इसी तरह से सूरत से बड़े पैमाने पर कपड़े विदेश में भेजे जाते हैं यदि सूरत पर इंटरनेशनल एयर कार्गो हो तो कपड़ा उद्योगों को भी सरलता रहेगी।

मिली जानकारी के अनुसार सूरत में टेक्सटाइल डायमंड,केमिकल, जेम्स एंड ज्वेलरी, फार्मा,एक्वा कल्चर हॉर्टिकल्चर और गार्मेटिंग जैसे उद्योग बड़े पैमाने पर फैले हैं।सूरत से विदेश में बड़े पैमाने पर एग्रीकल्चर और अन्य वस्तुएं निर्यात की जाती है। प्रतिवर्ष हजारों करोड रुपए का टर्नओवर सूरत से होता है लेकिन सूरत एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल कार्गो नहीं होने के कारण सभी को मुंबई के माध्यम से भेजना पड़ रहा है। जिसके चलते समय और रुपए दोनों ही बिगड़ रहे हैं। एग्रीकल्चर सहित केमिकल और फार्मा की कुछ चीज ऐसी होती है जो की निश्चित समय में भेजना रहता हैलेकिन तुरंत एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल कार्गो नहीं होने के कारण इसका खामियाजा उद्यमियों को भोगना पड़ रहा है। इसी तरह से हीरा उद्योग को भी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस सिलसिले में चेंबर ऑफ कॉमर्स ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से गुहार भी लगाई है और जल्दी ही लॉजिस्टिक्स एयर कार्गो सर्विस शुरू करने के लिए भी कहा है। उल्लेखनीय है कि सूरत से मुंबई जाते समय दहीसर

रास्ता बहुत ही खराब हो चुका है। रास्तों पर कई गड्ढे पड़ गए हैं।इससे वाहन चालकों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है जो रास्ता 5 किलोमीटर का है उसकी जगह 8 से 9 किलोमीटर का समय बिगड़ रहा है ।इससे चलते लोगों का समय और ईंधन दोनों ही व्यर्थ में बिगड़ रहा है इस बारे में भी चेंबर ऑफ कॉमर्स ने केंद्रीय रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मंत्री को पत्र लिखकर वाहन चालकों को हो रही समस्या के बारे में अवगत कराया है।