सुरतः सूरत के प्रसिद्ध हीरा उद्योग में धोखाधड़ी और डिफॉल्ट्स में वृद्धि हो रही है, जिसमें पिछले तीन वर्षों में लगभग ₹300 करोड़ का नुकसान हुआ है। उद्योग में लंबे समय से चल रही मंदी ने कई व्यापारियों को नकद लेनदेन की ओर धकेल दिया है, जिससे समस्या और गहरी हो गई है।
हाल ही में, शिव जेम्स के रोहित काछडिया ने कापोदरा पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज करवाई है। यह शिकायत डायमन्ड दलाल किरीट फ्रिडोलिया, हविया जेम्स के पंकजभाई उर्फ पासाभाई, पारसमणि के मुकेश सोनी (मूल रूप से मुंबई के), डी.एन.डी. ज्वेलर्स के विपुल जेतानी और गौतम शिवदास वाघ के खिलाफ दर्ज करवाई गई है। इस धोखाधड़ी की राशि ₹1.76 करोड़ बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, पहले भी ‘अपेक्षा ज्वेलर्स’ के नाम से इसी तरह की धोखाधड़ी के मामले सामने आए थे। नवसारी और मुंबई में भी इस ही ग्रुप के खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई हैं।
एक अनुमान के अनुसार, कई गिरोह ₹1 लाख से लेकर ₹150 करोड़ तक की धोखाधड़ी के मामलों में शामिल हैं, जिसके कारण पिछले तीन वर्षों में कुल ₹300 करोड़ का नुकसान हुआ है। लगभग 200 व्यापारी डिफॉल्ट हो चुके हैं, जिससे उद्योग की आर्थिक स्थिरता पर गंभीर प्रभाव पड़ा है।
धोखाधड़ी का modus operandi यह है कि वे शुरू में हीरे खरीदते हैं और सामान्य व्यापारियों की तरह व्यवहार करते हैं। लेकिन कुछ व्यापार के बाद, वे गायब हो जाते हैं। कुछ समय बाद, नए नाम से फिर से उद्योग में प्रवेश करते हैं। सूत्रों के अनुसार, ये केवल छोटे मोहरे हैं; बड़े खिलाड़ी इनके माध्यम से काम कर रहे हैं।
सूरत हीरा एसोसिएशन को 24 आधिकारिक शिकायतें मिली हैं, जबकि पुलिस ने 186 मामलों को दर्ज किया है। अधिकारी अब आरोपियों को पकड़ने और उद्योग में अधिक वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए प्रयासरत हैं।