सबसे शुद्ध हवा वाले शहरों में सूरत देश में अव्वल, वायु सर्वेक्षण में पाया नंबर एक

131 शहरों ने लिया था सर्वेक्षण में हिस्सा- सूरत 200 में से 194 अंकों के साथ अव्वल
वर्ष 2023 में 13 क्रम पर रहा था सूरत

सूरत: देश के सबसे स्वच्छ शहरों ने पहले पायदान पर रहने वाले सूरत शहर ने एक और सिद्धि अपने नाम की है। केन्द्र सरकार के वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से किए गए स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में सूरत ने 131 शहरों में से पहला क्रम हासिल कर देश में सबसे स्वच्छ वायु वाला शहर बनने का गौरव प्राप्त किया है।

शहर के स्वच्छ वायु वाले शहरों को लेकर केन्द्र सरकार के वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से हर साल सर्वेक्षण किया जाता है। वर्ष 2024 के लिए किए गए सर्वेक्षण में सूरत शहर समेत देश के 131 शहरों ने हिस्सा लिया था। मंगलवार को सर्वेक्षण का परिणाम घोषित किया गया, जिसमें सूरत शहर ने 200 में से 194 अंकों के साथ स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में पहला स्थान हासिल किया है।

– इसलिए मिला पहला क्रम :
सूरत महानगरपालिका ने बीते चार से पांच सालों के दौरान हवा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए 5000 करोड़ के विभिन्न प्रकल्पों को शुरू किया है। जिसमें मिकेनिकल स्वीपर मशीन के जरिए सड़कों की सफाई कर सालाना 4200 मैट्रीक टन धूल को हटाया जाता है। डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन के लिए ई-वाहनों का उपयोग, वाहनों की चार्जिंग के लिए चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण, वर्ल्ड रिर्सोसिज इंस्टीट्यूट के सहयोग से 280 कार्यरत प्रोजेक्टों में स्वच्छ निर्माण मार्गदर्शिका का पालन, सार्वजनिक परिवहन के लिए 520 ई-बसों का परिचालन शामिल हैं। इन प्रोजेक्टों के कारण शहर की हवा से प्रदूषण कम हुआ है। सबसे तेजी से विकसित हो रहा शहर होने के बावजूद वर्ष 2023-24 में 12.71 फीसदी तक पीएम 10 रजकणों को घटाने में सूरत मनपा को सफलता मिली है।

– जयपुर में मिलेगा डेढ़ करोड़ का पुरस्कार :-
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के परिणामों की घोषणा के बाद अब श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहरों को नगद पुरस्कार, ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। 7 सितम्बर को जयपुर में नेशनल मिशन फॉर क्लीन एयर कार्यक्रम के तहत समारोह का आयोजन किया गया है। जिसमें केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा सूरत शहर को नेशनल क्लीन एयर सिटी के बहुमान के साथ महापौर दक्षेश मावाणी और मनपा आयुक्त शालिनी अग्रवाल को डेढ़ करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि के साथ ही ट्रॉफी और प्रमाणपत्र दिया जाएगा।