शहर के सभी जोन में होगा सर्वे, डेवलपर्स और अन्य लोग नहरों और खाड़ियों में बिछा रहे है अवैध पाइप
सूरत: शहर की नहरों और खाड़ियों में अवैध रूप से रखे गए पाइपों और पुलियों की समस्या बढ़ रही है, जिससे पानी का प्राकृतिक प्रवाह बाधित हो रहा है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं। जानकारी सामने आई है कि ये पाइप शहर के अलग-अलग इलाकों में डेवलपर्स और हितधारकों द्वारा बिछाए जा रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद अब सूरत महानगर पालिका की ओर से सर्वे कराया जाएगा।
ड्रेनेज कमेटी के अध्यक्ष केयूर चपटवाला के अनुसार डेवलपर्स और अन्य लोग कुछ प्रोजेक्ट स्थलों या इमारतों तक पहुंचने के लिए नालियों और खाड़ियों में अवैध पाइप या पुलिया बिछाते हैं। यह कार्य नहरों में पानी के प्रवाह को रोकता है, जिससे मानसून के दौरान खाड़ियों के ओवर फ्लो की संभावना बढ़ जाती है।
नालियों में पानी का प्रवाह अवरुद्ध होने से पानी जमा हो जाता है, जिससे मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ पैदा होती हैं। इसलिए डेंगू, मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं। यह समस्या शहर के पाल और पालनपुर इलाकों में अधिक प्रचलित है, जो स्थानीय स्वास्थ्य के लिए गंभीर चिंता का कारण है। शहर के नागरिकों की मांग के आधार पर मनपा अब सभी क्षेत्रों में नालों और खाड़ियों का सर्वेक्षण करने के लिए सख्त कार्रवाई कर रहा है। अवैध पाइपों और पुलियाओं का निरीक्षण कर उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।
ड्रेनेज कमेटी के चेयरमैन केयूर चपटवाला के मुताबिक इसको रोकने के लिए सभी जोन के नालों और खाड़ियों का सर्वे करने के निर्देश जारी किए गए हैं। हम अवैध पाइपों और पुलियों को हटाकर पानी के प्राकृतिक प्रवाह को बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।