GPCB के सहयोग से दी इवेंट थीअरी का आयोजन
सूरत में 5 से 9 जून तक विभिन्न ट्रैफिक सिग्नलों पर “ग्रीन कॉर्नर” बनाए जाएंगे
— “विश्व पर्यावरण दिवस” के अवसर पर पांच दिनों के दौरान हर दिन एक ट्रैफिक सिग्नल पर वृक्षारोपण अभियान, निशुल्क वाहन पीयूसी जांच शिविर और कूलिंग जोन (मुफ्त छाछ वितरण) कार्यक्रम होगा
सूरत : गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (GPCB) के सहयोग से सूरत स्थित दी इवेंट थीअरी संस्था द्वारा सूरत में 5 से 9 जून तक विश्व पर्यावरण सप्ताह मनाया जाएगा। पांच दिनों के दौरान रोज एक ट्रैफिक सिग्नल पर “ग्रीन कॉर्नर” बनाया जाएगा। जिसके तहत यातायात नियमों के अनुपालन के साथ वृक्षारोपण अभियान, निःशुल्क वाहन पीयूसी जांच शिविर एवं कूलिंग जोन (मुफ्त छाछ वितरण) कार्यकम आयोजित होगा।
दी इवेंट थीअरी के संस्थापक राम अवतार यादव ने कहा कि, “सूरत को ग्रीन सिटी में परिवर्तित करने पर ध्यान देने के साथ, हम 5 जून को मनाए जाने वाले विश्व पर्यावरण दिवस के सम्मान में एक अनूठी पहल ‘ग्रीन कॉर्नर’ शुरू कर रहे हैं। ग्रीन कॉर्नर का उद्देश्य लोगों में पर्यावरणीय जिम्मेदारी की भावना पैदा करना है। संस्था द्वारा GPCB और सूरत सिटी ट्रैफिक पुलिस एवं अन्य संगठनों के सहयोग से विभिन्न ट्रैफिक सिग्नलों पर ग्रीन कॉर्नर बनाए जाएंगे।
शहर में 5 से 9 जून तक निम्न स्थानों पर “ग्रीन कॉर्नर” बनाए जाएंगे (समय सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक)
5 जून : अणुव्रतद्वार पुल के नीचे (सीटी लाइट)
6 जून : पांडेसरा जीआईडीसी-अमृतवन
7 जून : सचिन जीआईडीसी (महावीर सिंथेटिक के पास)
8 जून : सोशियो सर्कल (उधना मगदल्ला रोड)
9 जून : वीआर जंक्शन सर्कल
ग्रीन कॉर्नर अभियान के तहत वृक्षारोपण अभियान, निःशुल्क वाहन पीयूसी जांच शिविर और कूलिंग जोन (मुफ्त छाछ वितरण) कार्यक्रम होगा। यहां पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न बोर्ड-बैनर, स्टैंड आदि साथ रखे जायेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि, ट्रैफिक सिग्नलों को लाइव ग्रीन कॉर्नर में परिवर्तित करके हम ट्रैफिक नीति नियमों के पालन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की भावना पैदा करने का संदेश देना चाहते हैं।
यह पहल नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करेगी और सशक्त बनाने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी। हम लोगों को हमारे साथ जुड़ने और सूरत को “ग्रीन सिटी” बनाने में हरित क्रांति का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करते हैं।
इस कार्यक्रम के आयोजन में सूरत के मिल्क पैलेस, अनुपम रसायण कंपनी, एचडीएफसी बैंक, अमेरॉन बैटरी, ग्लोबल कोलाएंस, प्राइमेक्स मिडिया आदि संस्थाओं का भी सहयोग मिला है।