यूनियन बैंक में हुई एक करोड़ से अधिक की चोरी का भेद सुलझा

दिल्ली, बिहार और पंजाब से 58 लाख से अधिक के माल के साथ सात गिरफ्तार

बारडोली. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की सूरत जिले के पालोद गांव की शाखा में हुई एक करोड़ रुपए से अधिक की चोरी का भेद सूरत ग्रामीण पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने बिहार, पंजाब, दिल्ली और गुजरात से सात आरोपियों को गिरफ्तार कर  उनके पास से 53.58 लाख रुपए का माल बरामद किया है।

पुलिस के मुताबिक, 16 दिसंबर को सूरत जिले के मांगरोल तहसील के पालोद गांव स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में सुफियान कागजी के कार्यालय से दीवार तोड़कर चोर बैंक के स्ट्रांग रूम में घुसे थे। उन्होंने स्ट्रांग रूम में रखे छह लॉकर तोड़कर सोने-चांदी के गहने और नकदी समेत कुल 1 करोड़ 05 लाख 88 हजार रुपए का माल चुराया था और फरार हो गए थे। बैंक से एक करोड़ से अधिक की चोरी की वारदात से हड़कंप मच गया था। सूरत ग्रामीण पुलिस ने मामला दर्द कर अलग अलग टीमें बनाकर वारदात की गुत्थी सुलझाने का प्रयास शुरू किया था। बीते पंद्रह दस दिनों से आरोपियों को पकड़ने के लिए 12 टीमें लगातार जुटी हुई थी। इस दौरान  पुलिस को सूचना मिली थी कि  इस अपराध में बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और पंजाब के लोग शामिल हैं। सूचना के आधार पर पुलिस की चार टीमें अलग-अलग राज्यों में रवाना की गई थी। सबसे पहले पुलिस को पता चला कि वारदात के लिए एक महिंद्रा बोलेरो पिकअप वाहन का इस्तेमाल किया गया था। इस आधार पर पुलिस ने चोरी में मदद करने वाले दो आरोपियों दीपक नंदलाल महतो और यशकुमार उर्फ मोनू रवि महात्मा को सायण से गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ करने पर अन्य आरोपियों के नाम और पते का पता चला। इसके आधार पर राज्य के बाहर गई पुलिस टीमों ने जांच शुरू की। दिल्ली की स्थानीय पुलिस की मदद से दिल्ली के निहाल इलाके से आरोपी सुरजकुमार चंद्रदेव प्रसादसिंग और उसके साथी बरखूनकुमार अर्जुन बिंद को चोरी के माल के साथ धरदबोचा। वहीं, बिहार गई टीम ने मुंगेर जिले के सक्रिय नक्सलवादी क्षेत्र में रहने वाले तीन आरोपियों कुंदनकुमार धरणीधार बिन्द, खीरू उर्फ मामो प्रकाश बिंद और भागलपुर जिले के बादलकुमार धर्मेंद्र महतो को चोरी के माल के साथ गिरफ्तार किया। पंजाब के भटिंडा क्षेत्र से स्थानीय पुलिस की मदद से जयप्रकाश बाबुलाल बिंद को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए आरोपियों के पास से 713.050 ग्राम सोने के गहने 949.420 ग्राम चांदी के गहने, नगद 1 लाख 92 हजार 600 रुपए, आरोपियों के मोबाइल फोन और पिकअप वाहन समेत कुल 53 लाख 58 हजार 579 रुपए का माल बरामद किया गया। पकड़े गए आरोपियों को स्थानीय कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कोसंबा पुलिस को सौंप दिया गया। हालांकि, मुख्य सूत्रधार सूरज लुहार अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।