बारडोली: मांडवी तहसील के बौधान गांव से होकर गुजरने वाली झाभरी नदी में जुन्नर शुगर फैक्ट्री द्वारा छोड़े जा रहे केमिकलयुक्त पानी के कारण ग्रामीणों में भारी रोष है। हाल ही में तीन बकरे और बछड़ों की संदिग्ध हालत में मौत होने से ग्रामीण इस रासायनिक युक्त पानी को ही जिम्मेदार मान रहे है। ग्रामीणों ने शुगर मिल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ हफ्तों से बौधान गांव से होकर गुजरने वाली झाभरी खाड़ी में वडोद गांव स्थित जुन्नर शुगर फैक्ट्री द्वारा रासायनिक युक्त पानी छोड़े जाने के आरोप के साथ ग्रामीणों में रोष देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वे वर्षों से झाभरी खाड़ी के पानी का उपयोग खेती में सिंचाई के रूप में और पशुओं के लिए करते आए हैं। यह खाड़ी आगे जाकर वाव्या खाड़ी से मिलती है और वाव्या खाड़ी तापी नदी में मिलती है, जिससे तापी नदी में भी यह पानी जाने से जलीय जीवों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका है। वडोद और बौधान गांव में एक के बाद एक 6 पशुओं की मौत होने से ग्रामीणों में भी दहशत फैली हुई है। इसके अलावा खाड़ी में मछलियां भी मृत अवस्था में मिल रही हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद शुगर फैक्ट्री लीकेज होने का बहाना बनाकर रात के समय यह पानी छोड़ रही है। पशुओं की मौत होने पर बौधान गांव के लोगों ने सरपंच को साथ लेकर गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में शिकायत की है।