टक्सप्लास्टी – दक्षिण गुजरात में पहली बार शैल्बी हॉस्पिटल सूरत द्वारा नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई

टक्सप्लास्टी – दक्षिण गुजरात में पहली बार शैल्बी हॉस्पिटल सूरत में विटामिन ई पॉली के साथ नए प्रकार की पार्शियल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई

टक्सप्लास्टी विटामिन ई पॉली के साथ एक नए प्रकार की पार्शियल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी है, जो दक्षिण गुजरात में पहली बार शैल्बी अस्पताल सूरत में की गई है। यह शैल्बी के सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. मनु शर्मा ने की थी। टक्सप्लास्टी एक क्रांतिकारी नी रिप्लेसमेंट प्रक्रिया है और पारंपरिक पार्शियल नी रिप्लेसमेंट की तुलना में इसके खास फायदे हैं । पारंपरिक पार्शियल नी रिप्लेसमेंट को यूनिकम्पार्टमेंटल नी रिप्लेसमेंट, यूनिकॉन्डाइलर नी रिप्लेसमेंट और माइक्रोप्लास्टी जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। टक्सप्लास्टी में इस्तेमाल विटामिन ई पॉली बहुत कम घिसावट दर के साथ जाइंट रिप्लेसमेंट की दीर्घावधि को काफी बढ़ाता है। घुटने का केवल एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो और उसे बदलना हो तो टक्सप्लास्टी एक आदर्श प्रक्रिया है। यह भारत में विटामिन ई पॉली का उपयोग करने वाली पार्शियल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी का एकमात्र प्रकार है। 60 वर्षीय रोगी, सविताबेन कोरिंगा टक्सप्लास्टी के लिए एक आदर्श केस थी क्योंकि उनके बाएं घुटने का केवल एक हिस्सा ही क्षतिग्रस्त हुआ था।

दक्षिण गुजरात की पहली टक्सप्लास्टी करने वाले शैल्बी हॉस्पिटल्स के सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. मनु शर्मा ने कहा, “सविताबेन के घुटने को सीमित क्षति हुई थी और इसलिए हमने उनके मामले में टक्सप्लास्टी करने का फैसला किया। टक्सप्लास्टी में ताहोए यूनिकोन्डाइलर नी सिस्टम इम्प्लांट का उपयोग किया जाता है, जिसे विस्तृत अनुसंधान और विकास प्रयासों के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका में शैल्बी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के इम्प्लांट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में विकसित किया गया है। अमेरिका के जाने-माने जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन ने इस अनोखे जॉइंट इम्प्लांट को विकसित करने के लिए इम्प्लांट डेवलपर्स के साथ सहयोग किया है। इसमें बहुत छोटा चीरा, अस्पताल में कम रहने, न्यूनतम हड्डी हटाने, घुटने के स्वस्थ हिस्सों में कार्टिलेज और लिगामेंट का संरक्षण, न्यूनतम रक्त हानि, शीघ्र पुनर्वास, संक्रमण और ब्लड क्लॉट का न्यूनतम जोखिम और सर्जरी के बाद न्यूनतम रिकवरी समय और प्रक्रिया के हफ्तों के भीतर एक सक्रिय जीवन शैली में वापसी जैसे कई अतिरिक्त फायदे हैं। भारतीय संदर्भ में एक विशिष्ट लाभ यह है कि इस सर्जरी के बाद लोगों के लिए फर्श पर पालथी मारकर बैठना सुरक्षित है, जबकि टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के मामले में ऐसा करना उचित नहीं है।”

सविताबेन कहती हैं, ”डॉ. मनु शर्मा द्वारा की गई सर्जरी के परिणाम से मैं बहुत खुश हूं। मेरी रिकवरी बहुत तेजी से हुई और मुझे खुशी है कि इस सर्जरी के माध्यम से मेरे घुटने का केवल क्षतिग्रस्त हिस्सा ही बदला गया है।

शैल्बी हॉस्पिटल्स सूरत के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी डॉ. सुप्रियो सरकार ने कहा, “जॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए शैल्बी हॉस्पिटल्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रसिद्ध नाम है। इसकी स्थापना विश्व प्रसिद्ध ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. विक्रम शाह ने की है। आज यह दुनिया में सबसे ज्यादा ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करता है। शैल्बी सूरत दक्षिण गुजरात का सबसे बड़ा ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सेंटर है।

घुटने के जोड़ में क्षति का सबसे आम कारण घुटने का ऑस्टियोआर्थराइटिस, घुटने के जोड़ का आर्थराइटिस है। ऑस्टियोआर्थराइटिस के गंभीर मामलों में टोटल नी रिप्लेसमेंट करना होता है, जबकि मध्यम मामलों में पार्शियल नी रिप्लेसमेंट किया जाता है। पार्शियल नी रिप्लेसमेंट की आवश्यकता वाले लोगों के लिए टक्सप्लास्टी एक आदर्श सर्जरी है क्योंकि यह विटामिन ई पॉली के उपयोग से उसे दीर्घायु प्रदान करती है। इसके अलावा, यह जो हड्डी ठीक है उसे सुरक्षित रखती है।