दक्षिण गुजरात की जीवन डोर उकाई बांध लबालब

सूरत। दक्षिण गुजरात की जीवन डोर कहे जाने वाले उकाई बांध को लेकर खुश खबर सामने आई है। बांध ने मंगलवार को रिजर्व लेवल को छू लिया यानी बांध पूरी तरह 100 फीसदी भर चुका है। इस दौरान मानसून में इस बार कई बार बांध के दरवाजे खोलकर तापी नदी में पानी छोड़ा गया। अनुमान है कि सूरत शहर को 16 साल तक चलता उतना पानी बांध से छोड़ा गया।

तापी नदी पर तापी जिले में बना उकाई बांध दक्षिण गुजरात के लिए जीवन डोर माना जाता है। बांध के रिजर्व पानी से बिजली उत्पादन के साथ ही दक्षिण गुजरात में खेती के लिए सिंचाई का पानी भी उपलब्ध होता है। मानसून शुरू हुआ तब बांध का जलस्तर 320 फीट के करीब था। जबकि बांध का रिजर्व लेवल 345 फीट है। इस बार दक्षिण गुजरात के साथ ही महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हुई अच्छी बारिश का फायदा दक्षिण गुजरात को हुआ है। क्योंकि मंगलवार को उकाई बांध के जलस्तर ने रिजर्व लेवल यानी 345 फीट के जलस्तर को छू लिया। इससे पहले मानसून के दौरान कई बार भारी बारिश हुई, तभी रूल लेवल बनाए रखने के लिए बांध प्रशासन की ओर से उकाई बांध के गेट खोलकर पानी छोड़ने का भी निर्णय किया गया। बताया जा रहा है कि इस मानसून में उकाई बांध से इतना पानी छोड़ा गया कि जिससे सूरत को 16 साल तक उतने पानी का उपयोग होता।

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